नशा कारोबार की कमर तोडने के लिए सभी का सहयोग जरुरी: एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल
भगवानपुर। ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन के 2025 के तहत पुलिस ने कस्बे भगवानपुर के एक गार्डन में गणमान्य लोगों के साथ बैठक की गई। जिसमे लोगो को नशे के दुष्प्रभाव व साइबर क्राईम की जानकारी दी गई।
शनिवार दोपहर बाद चौपाल मैं पहुंचे एस एस पी हरिद्वार परमेन्द्र डोबाल,एस देहात स्वप्न्न किशोर, सीओ मंगलोर बीएस चौहान, सीओ रुड़की पल्लवी , भगवानपुर विद्यायक ममता राकेश ने पहुंच कर चौपाल के माध्यम से लोगो को नशे के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया गया है। ओर नशे से बचाव की जानकारी दी गई है। जिसमें एस एस पी हरिद्वार परमेन्द्र डोभाल ने बताया कि अपने पड़ोसी, छात्र अपने सहपाठियों को नशा करने से रोके सभी को इस बुराई को रोकने के लिए आगे आना होगा। साथ ही बताया कि भगवानपुर क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से सैकड़ो व्यक्तियों की मौत हो गई थी। इन सब गतिविधियों पर ध्यान रखना होगा। जिससे आने वाले खतरे को रोकना होगा। ओर कहा कि कुछ लोगों ने नशे के कारोबार को फैलाकर बड़ी-बड़ी संपत्तियां अर्जित कर ली हैं। जिन पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। वहीं कुछ आपराधिक तबके के लोग नशे के कारोबार को बढ़ाने के लिए इसमें घुस रहे है। उनकी कमर तोड़ने के लिए सभी लोगों को आगे आना होगा। भगवानपुर विधायक ममता राकेश ने कहा कि नशे से आज के युवाओं का जीवन बर्बाद हो रहा है । जिसमें हम सब मिलकर इस पर लगाम भी लगा सकते हैं। वहीं एसपी देहात, पुलिस क्षेत्र अधिकारी मंगलौर ने भी लोगों को नशे के दुष्परिणाम बताते हुए अंकुश लगाए जाने की अपील भी की साथ ही उन्होंने क्षेत्र से आए गण मान्य व युवाओ से सुझाव के लिए डाडली गांव निवासी मगन सिंह ने बताया कि, प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह अपने परिवार को इस नशे के बारे में आगाह करें। और अपने बच्चों पर नजर बनाए रखें। इससे समाज में नशा नहीं फैलेगा। वही रायपुर निवासी जोनी कुमार ने बताया कि, क्षेत्र में नशा पूरी तरह से फैल चुका है ,बच्चे बर्बाद हो रहे हैं ,जिसको रोकने के लिए पुलिस प्रशासन को आने वाली नशे की खेप को रोकना होगा।
इस अवसर मंडी समिति अध्यक्ष राजकुमार कसाना, पवन त्यागी, अमन त्यागी, पूर्व मंडी अध्यक्ष देवेंद्र अग्रवाल, रूप चौधरी मगन सिंह, जोनी केसरिया, इस्कार, आबाद अली, अमित कुमार, मो0 मुस्तफ़ा,सूर्य कांत सैनी , राव फरमूद, राशिद प्रधान, सतेंदर सिंह, समेत सकेडो ग्रामीण माजूद रहे।