कम उम्र में क्यों बढ़ रहे हैं हार्ट अटैक के मामले, जानिए 5 कारण
खराब लाइफस्टाइल, खराब खान-पान और तनाव कम उम्र में ही लोगों को दिल के रोगों का शिकार बना रहा है। अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला और ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर शेन वार्न की मौत हार्ट अटैक से ही हुई है। हार्ट अटैक एक ऐसी परेशानी है जिसकी वजह से बॉडी की नसों में खून का प्रवाह सुचारू रूप से नहीं हो पाता और खून जमने की परेशानी होने लगती है जिसे क्लॉटिंग भी कहते हैं। इस क्लॉटिंग की वजह से खून को दिल तक पहुंचने में कठिनाई होती है। दिल में ऑक्सीजन की कम सप्लाई की वजह से हार्ट अटैक की बीमारी होती है।
कम उम्र में हार्ट अटैक का कारण: अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक खराब लाइफस्टाइल और खान-पान की खराब आदतें कम उम्र में ही लोगों को दिल के रोगों का शिकार बना रही हैं। धूम्रपान, युवाओं में हृदय रोग और हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण बन कर उभरा है। आइए जानते हैं कि कम उम्र में दिल का दौरा पड़ने के कौन-कौन से कारण हैं।
नशीली चीजों का सेवन: दिल के रोगों का सबसे बड़ा कारण है नशीले पदार्थों का सेवन करना। ज्यादा शराब पीने से या फिर नशीले पदार्थों का सेवन करने से ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। बीपी बढ़ने का सीधा असर रक्त धमनियों पर पड़ता है जिससे हार्ट पंपिग करना शुरू कर देता है जिससे हार्ट अटैक आने का खतरा अधिक रहता है।
मसालेदार और ऑयली फूड का सेवन: हम लोग जुबान के जायके के मोहताज होते जा रहे हैं, स्वाद के सामने सेहत को नज़रअंदाज करने लगे हैं, जिसका असर दिल की सेहत को बिगाड़ रहा है। डाइट में तली भुनी और मसालेदार चीजें हमारी सेहत को खराब कर रही हैं। ये फूड शरीर में कैलोरी की मात्रा को बढ़ाते हैं और दिल की सेहत को खराब करते हैं।
तनाव दिल की सेहत के लिए खतरा: बच्चे से लेकर बड़े और बुजुर्गों तक में तनाव हावी है जिसका सीधा असर दिल की सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है। दिल को हेल्दी रखना है तो तनाव से दूर रहें।
मोटापा हार्ट अटैक का कारण: बढ़ता मोटापा दिल के दौरे का भी कारण बनता है। बॉडी में अधिक फैट नसों के किनारों पर जमने लगता है जिससे नसें संकरी होने लगती हैं। इससे नसों में रक्त का प्रवाह सुचारु रूप से नहीं होता जिससे क्लॉटिंग का खतरा बना रहता है। ये स्थिति हार्ट अटैक का कारण बनती है।
मेटाबोलिक सिंड्रोम भी हार्ट अटैक का कारण: मेटाबोलिक सिंड्रोम से मतलब है जब कोई इनसान मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर या फिर शुगर से लगातार जूझ रहा है तो ऐसी स्थिति को मेटाबोलिक सिंड्रोम के नाम से जानते हैं जो हार्ट अटैक के खतरे के लिए जिम्मेदार है।