ऑन जॉब ट्रेनिग और इटर्नशिप के साथ उद्योग उन्मुख शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा, मदरहुड़ विश्वविधालय व गुरूकुल काँगड़ी विश्वविधालय के मध्य समझौता

भगवानपुर । आज मदरहुड़ विश्वविधालय रूड़की व गुरूकुल काँगड़ी विश्वविधालय हरिद्वार के मध्य एक समझौता ज्ञापन को प्रमुख उद्देश्य उत्तराखण्ड़ क्षेत्र में नई शिक्षा निति के अनुसार ऑन जॉब ट्रेनिग और इटर्नशिप के साथ उद्योग उन्मुख शिक्षा को बढ़ावा देना है, इस अवसर पर प्रो० ;ड़ा० नरेन्द्र शर्मा कुलपति मदरहुड़ विश्वविधालय व कुलपति प्रो0 (डॉ0) रुप कुमार शास्त्री, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार ने इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर क्रियावयन रूप दिया। यह समझौता ज्ञापन प्रो० (डॉ०) नरेन्द्र शर्माए कुलपतिए मदरहुड़ विश्वविधालय, ने जरिए छात्रो को पहले दिन से ही उधोगों के लिए तैयार करने के लिये रोजगार योग्य और उद्योग उन्मुख कौशल से युक्त करना है। इन उद्देश्यों को पुरा करने के लिए दोनों विश्वविधालय व अपने शिक्षकों के माध्यम से सतत प्रयास करते रहंेगे । रोजगार के अवसरों पर जोर देते हुए, ने बताया कि यह समझौता ज्ञापन न केवल विज्ञान व तकनिकी शिक्षा को और मजबूत करने में बल्कि रूड़की व हरिद्वार के ग्रामीण क्षेत्रों विधेय रूप से उत्तराखण्ड़ के युवाओं को विभिन्न वैज्ञानिक पहलुओं मे कौशलता प्रदान करने में एक मील का पत्थर है। उभरते हुए वैज्ञानिक क्षेत्र में वैकल्पिक और उधमिता के अवसर प्रदान करना है। प्रो0 शर्मा जी ने बताया कि यह समझौता ज्ञापन हमारे सभी व्यावसायिक व गैर व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में नई शिक्षा निति को लागू करके वैज्ञानिक व रोजगार क्षेत्र में मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना है। इस अवसर पर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डॉ0) रुप कुमार शास्त्री ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन इस अवसर पर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डॉ0) रुप कुमार शास्त्री ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन दोनों विश्वविद्यालय को निकट लायेगा जिससे हमारे छात्रों/शिक्षक दोनों पक्षों के संसाधनों को अपने बौधिक विकास रिसर्च में इस्तेमाल कर पायेंगे। प्रो0 शास्त्री ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन वर्ग शिक्षा पद्वति के कौशल विकास व रिसर्च उन्मुख शिक्षा व्यवस्था को बढ़ावा देगा। हम लोग पी0जी0 व रिसर्च लेवल पर गुणात्मक रूप से काम करंगें, ये लक्ष्य हम दोनों विश्वविद्यालयओं का होगा और इसी दिशा में हम काम करेंगें। इस एमओयू के जटिले दोनों विश्वविद्यालय वैदिक शिक्षा पद्वति को आत्मसात करते हुए, आरम्भिक परम्पय और संस्कृति को भी समाज तक ले जाने का प्रयास करेंगे।प्रो० (डॉ०) नरेन्द्र शर्मा तथा रुप कुमार शास्त्री ने आशा व्यक्ति की इस समझौते के जरिए दोनों विश्वविद्यालय अपने घनिष्ठ सहयोग से छात्र समुदाय को व्यावहारिक प्रशिक्षण/उच्च तकनीकी प्रयोगाालाएँ व कर्मशालाएँ उपलब्ध कराना है। साथ ही अनुसंधान और विकास के लिए दोनों पक्ष संयुक्त अनुसंधान गतिविधियाँ चलाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रो० शर्मा ने कहा कि दोनों पक्ष समान हितों और उद्देश्यों के लिए एकजुट है और हम संचार व सहयोग के विभिन्न चैनल स्थापित करेंगे जो विश्वविद्यालय/उद्योग, वैज्ञानिक प्रोजेक्टों, मैनेजमेंट कौशल व वर्तमान औद्योगिक माँग के अनुसार कार्य को कार्यान्वित करेंगे। प्रो० शर्मा ने बताया कि यह समझौता ज्ञापन दोंनो पक्षो की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उपयुक्त शिक्षणध् प्रशिक्षण प्रणाली विकसित करने में महत्वपूर्ण इनपुट प्रदान करेगा।
इस अवसर पर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय की ओर से रजिस्ट्रार डॉ0 सुनील कुमार, डीन मैनेजमैन्ट डॉ0 वी0के0 सिंह व मदरहुड विश्वविद्यालय की ओर से प्रो0 (डॉ0) वी0के0 सिंह, अधिष्ठाता कॉमर्स संकाय, गुरुकुल काँगड़ी, हरिद्वार, प्रो0 पी0के0 अग्रवाल, अधिष्ठाता कॉमर्स और प्रबन्धन संकाय, मदरहुड़ विश्वविद्यालय, रुड़की, हरिद्वार, डॉ0 अभिषेक स्वामी, विभागाध्यक्ष विज्ञान संकाय, मदरहुड़ विश्वविद्यालय, रुड़की, हरिद्वार आदि उपस्थित रहें।

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