लिंक मार्ग बनते हैं कम हो जाएगी अगल-बगल की दूरियां, रुड़की में पूरी तरह खत्म हो जाएगी जाम की समस्या
कलियर । करीब एक साल में रुड़की में राजमार्ग से जाम की समस्या खत्म हो जाएगी। साथ ही, हरिद्वार और कलियर जाने वाले यात्रियों के लिए एक ओर सुगम मार्ग बन जाएगा। सात साल से कलियर विधायक फुरकान अहमद रामपुर चुंगी से सीधे कलियर व हरिद्वार जाने वाले मार्ग का निर्माण कराने का प्रयास कर रहे थे। इसमें सबसे बड़ी बाधा सोलानी नदी पर बनने वाला पुल था। सड़क से कई गुना ज्यादा पुल के निर्माण पर खर्च होना है। भूतल परिवहन मंत्रालय की मंजूरी मिलने के बाद सोलानी नदी पर पुल बनाने का काम शुरू हो गया है। इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है। पुल के निर्माण पर 38 करोड़ रुपये का खर्च होना है। इस पुल के बनने से हरिद्वार जाने के लिए अब तीसरा विकल्प भी तैयार हो जाएगा। सहारनपुर से आने वाले यात्री भगवानपुर-इमलीखेड़ा होकर हरिद्वार व कलियर जाते हैं, लेकिन बरसात के दिनों में यहां पर परेशानी आती है। कई पुल टूट चुके हैं। इससे रुड़की में यातायात का दबाव काफी अधिक हो जाता है। इस मार्ग से बनने से इमलीखेड़ा,हबीबपुर नवादा, धीरमजरा, कलालहटी रांघड़वावाला,दरियापुर दयालपुर, नागल पलूनी, मेहवड़, गुम्मा वाला माजरी, मोहम्मदपुर पांडा, नागल ,पिरान कलियर,हकीमपुर तुर्रा गांव को भी लाभ मिलेगा। विधायक फुरकान अहमद ने बताया कि रामपुर चुंगी से सोलानी नदी तक कुछ जगह मार्ग की चौड़ाई कम है। इसलिए यहां पर भूमि अधिग्रहण होने के बाद रास्ते को करीब 40 मीटर चौड़ा कराया जाएगा। ताकि किसी तरह की परेशानी न हो। रुड़की में आने वाले साल में यातायात का दबाव बेहद कम रहने की उम्मीद है। दरअसल दिल्ली से हरिद्वार जाने वाला यातायात मंगलौर बाइपास से होकर सीधे इंजीनियरिग कालेज होते हुए निकल जाएगा। रुड़की आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एचएचएआई के परियोजना निदेशक पीएस गुंसाई ने बताया कि नए साल तक यह कार्य पूरा हो जाएगा। इसी तरह से दिल्ली से देहरादून जाने वाला यातायात भी मंगलौर से सीधे बाइपास से होते हुए सालियर पहुंचेगा। यहां से हाइवे से होते हुए सीधे देहरादून निकल जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि जिस समय रामपुर चुंगी से बाइपास का प्रस्ताव भेजा गया, उस समय वास्तव में रुड़की की स्थिति बेहद खराब थी। रुड़की में लंबा जाम लगता था। अब दिल्ली-देहरादून का बाइपास होने की वजह से सालियर से ही अधिकांश वाहन दिल्ली के लिए बाइपास से निकल जाएंगे। जबकि हरिद्वार जाने वाला ट्रैफिक भगवानपुर से इमलीखेड़ा होते हुए निकल जा रहा है। विधायक फुरकान अहमद ने बताया कि सात साल से वह लगातार संघर्ष करते रहे हैं।