उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में मानसून बरपा रहा है कहर, कहीं नदी-नाले उफान पर तो कहीं उड़ी घर की छत, मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे कई जगह बंद
देहरादून । उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में भी बारिश का दौर जारी है, लेकिन पहाड़ी इलाकों में मानसून अभी से कहर बरपा रहा है। यहां नदी और बरसाती नाले उफान पर हैं। और आंधी-तूफान से घरों को नुकसान पहुंच रहा है। वहीं राजधानी देहरादून की बात करें तो यहां उमस ने बेहाल कर रखा है। जहां बरसात के दिनों में यहां पंखे तक बंद करने की नौबत आ जाती थी। इस बार अभी तक लोगों को कूलर का सहारा लेना पड़ रहा है। राजधानी देहरादून समेत प्रदेश के चार जिलों में आज कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल और देहरादून जिलों में कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी दी है।इसके अलावा टिहरी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी और उधमसिंह नगर जिलों में कई स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल, अल्मोड़ा ने पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल, अल्मोड़ा, देहरादून, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, उतरकाशी, चमोली के कई स्थानों और चंपावत, ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है। शनिवार तड़के कर्णप्रयाग, सिमली, लंगासू, गौचर, आदिबदरी, गैरसैंण, थराली, देवाल, नारायणबगड़ आदि कस्बों में मूसलाधार बारिश हुई। थराली में भी मूसलाधार बारिश से सड़कों में पानी जमा हो गया। जिससे आम लोगों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है। पौड़ी के श्रीनगर और आसपास के क्षेत्रों में रात में तेज बारिश हुई है। श्रीकोट, श्रीनगर और भक्तियाना में मूसलाधार बारिश से कई दुकानों में मलबा घुस गया। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सकनिधार के समीप भी अवरुद्ध हो गया है। इस दौरान सकनीधार के पास एक कार पर पहाड़ी से पत्थर गिर गया। कार सवार यात्री सुरक्षित है। बदरीनाथ हाईवे पीपलकोटी से करीब दो किलोमीटर दूर जोशीमठ की ओर चट्टान से मलबा गिरने से देर रात से बंद है। शनिवार को सुबह छह बजे से एनएच की जेसीबी से मलबा हटाया जा रहा है। यहां हाईवे बंद होने से बदरीनाथ धाम जाने वाले भी आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। यहां पर चट्टान से लगातार मलबा और पत्थर हाईवे पर आ रहे हैं। वहीं शनिवार तड़के करीब 06.30 बजे ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर उमा माहेश्वर आश्रम (कर्णप्रयाग) के पास पहाड़ी से भारी चट्टान सड़क पर आ गई। जिससे हाईवे के दोनों तरफ कई वाहन फंस गए। इस दौरान डेढ़ घंटे तक हाईवे पर वाहनों की आवाजाही ठप रही। सूचना पर आलवेदर रोड परियोजना की जेसीबी मशीन मौके पर पहुंची और करीब 08:00 बजे मलबा हटाकर वाहनों की आवाजाही शुरू की गई। उत्तरकाशी के बड़कोट के यमुनोत्री घाटी में तेज आंधी-तूफान के बाद झमाझम बारिश से दूरस्थ गांव करनाली में एक घर की छत उड़ गई। गांव के सुरेंद्र रावत ने बताया कि अतर सिंह के मकान की छत तेज हवा से उड़ गई। गनीमत रही कि घटना के वक्त कोई घर के अंदर नहीं था।