सत्ता की चौखट पर माथा टेकने को तैयार बहुत सारे कांग्रेसी, अब कांग्रेस में नहीं लग रहा है मन, भाजपा में ही दिख रहा है बेहतर राजनीतिक भविष्य
हरिद्वार । प्रदेश में दोबारा भाजपा की सरकार बनने से कुछ कांग्रेसियों में छटपटाहट साफ तौर पर देखने को मिल रही है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं बनीं तो वह ऐसा महसूस कर रहे हैं जैसा कि उनके हाथों से किसी ने कुछ छीन लिया हो। अब उनका कांग्रेस में कतई मन नहीं लग रहा है। वह कांग्रेस के भविष्य को लेकर राय भी जाहिर कर रहे हैं। कह रहे हैं कि अब कांग्रेस कम से कम डेढ दशक तक सत्ता में वापसी करने वाली नहीं है तो फिर इतना समय अब कांग्रेस में क्यों बिताया जाए। यह तो रहे वह कांग्रेसी जिन्होंने हरीश रावत सरकार में पूरा मजा लिया है। सत्ता और संगठन दोनों ही इनके हाथों में रहा है । कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक इनकी जी हजूरी में रहे है। अब प्रदेश में दोबारा भाजपा सरकार बनने पर उनकी न तो इनकी अधिकारी सुन रहा है और न कोई कर्मचारी इन्हें पहले की तरह सलूट कर रहा है। अब रही दूसरी तरह के कांग्रेसियों की बात। यह वह कांग्रेसी हैं । जिन्हें न तो हरीश रावत सरकार में कोई दायित्व मिला और न ही इनके काम हुए। यह तो मात्र कहने के ही कांग्रेसी रहे हैं। ऐसे कांग्रेसी मान रहे हैं कि जब उन्हें सत्ता में रहते हुए कांग्रेस में कुछ नहीं मिला है तो अब यदि पार्टी दस पंद्रह साल बाद पुनः सत्ता में आती भी है तो क्या उम्मीद की उन्हें तब भी कुछ मिलेगा। कहा जा रहा है कि कांग्रेस में सत्ता का मजा लेने वाले भी और सत्ता से महरूम रहने वाले भी दोनों ही भाजपा की ओर रुख करने जा रहे हैं। कोई समय बीत रहा है जब बहुत सारे कांग्रेसी भाजपा में चले जाएंगे । यह बात दिगर है कि भाजपा हाईकमान किसी को भी गले लगाने से पहले उसके उसके पार्टी में आने की वजह जरूर जानेगा। जिन पर कांग्रेस में सत्ता का दुरुपयोग करने के आरोप लग चुके हैं। शायद उन्हें भाजपा हाईकमान गले न लगाए। जो पंचायत चुनाव की दृष्टि से भाजपा में आने की कोशिश कर रहे हैं । उन्हें भी पार्टी बिना शर्त ले सकती है। किसी को भी टिकट का वादा नहीं होगा। इस बीच भाजपा हाईकमान का यह रुख पूरी तरह स्पष्ट है कि जिन कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं के कारण भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न हुआ है । उनके लिए तो भाजपा में कोई जगह है ही नहीं।