मसूरी में मुसीबत बनकर बरसी मूसलाधार बारिश, एनएच 707 ए दो घंटे बंद रहा, फंसे सैकड़ों वाहन

देहरादून । पहाड़ों की रानी मसूरी में मूसलाधार बारिश मुसीबत बनकर बरसी। शाम को जेपी बैंड के पास मलबा आने से एनएच 707 ए करीब पौने दो घंटे बंद रहा। इससे सैकड़ों वाहन फंसे रहे। दोनों तरफ कई किमी लंबी वाहनों का लाइन लग गई। मलबा हटाए जाने के बाद यातायात सुचारु होने के बावजूद पर्यटकों और स्थानीय लोगों को जाम से जूझना पड़ा। वहीं, कैंपटी रोड और मसूरी-देहरादून मार्ग पर कई जगहों पर मलबा आने से यातायात बाधित रहा।

शनिवार सुबह से ही शहर में बारिश और कोहरे की धुंध रही। दोपहर में झमामझ बारिश हुई। लेकिन शाम को अचानक भारी बारिश हो गई। इससे शहर में कई जगहों जलभराव हुआ। पहाड़ों से मलबा गिरकर सड़कों पर आने लगा। त्यूणी-चकरौता-मलेथा हाइवे 707 ए पर जेपी बैंड के पास शाम करीब साढ़े पांच बजे भारी मलबा आ गया।
करीब पौने दो घंटे तक यातायात बंद रहा। मलबा हटाए जाने तक हाइवे के दोनों तरफ लंबा जाम लग गया। जिसमें पर्यटक और स्थानीय लोगों के सैकड़ों वाहन फंसे रहे। स्थानीय निवासी संजीव प्रसाद कवि ने बताया कि सड़क पर मलबा का ढेर लग गया। शाम करीब सवा सात बजे मलबा हटाए जाने के बाद यातायात सुचारू हो सका। एनएच 707 ए के एई अनिल बिष्ट ने बताया कि एनएच बंद होने की सूचना पर तत्काल जेसीबी भेजकर मलबा हटाकर यातायात बहाल किया गया। मसूरी-देहरादून और कैंपटी रोड पर भी कई जगहों पर पहाड़ों से मलबा और पत्थर गिरने से यातायात बाधित रहा। इससे सड़कों पर जाम लगा। नगर पालिका रोड में एक सूखा पेड़ टूटकर होटल की छत पर गिर गया। हालांकि, इससे बड़ा नुकसान नहीं हुआ। बारिश होने शहर में लोगों को भी जूझना पड़ा। कई इलाकों में बारिश का पानी लोगों के घरों और दुकानों में घुस गया। सड़कों के गड्डों में पानी भरने से वाहन चालकों को आवागन में परेशानी झेलनी पड़ी। मूसाधार बारिश से गांधी चौक, कैंपटी रोड, मैसानिक लॉज, बस अड्डे, भगत सिंह चौक, लंढौर सहित कई जगहों पर जाम लगा। सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। पुलिस कर्मी बारिश में छाता लेकर जाम खुलवाने जूझते रहे। बारिश के बाद मौसम में ठंडक लौट आई।