किसानों के लिए खुशखबरी, देशी गायपालन के लिए 50 से 75 प्रतिशत अनुदान, आज से शुरू होंगे आवेदन

देशी गायपालन के लिए किसान 1 अगस्त से 1 सितंबर तक आवेदन किए जा सकते हैं। साहीवाल, गीर, थारपारकर जैसी देशी नस्ल की 2, 4, 15 और 20 गाय की यूनिट गायपालन के लिए अनुदान मिलेगा। 2 और 4 गाय की यूनिट पर सामान्य और पिछड़ा वर्ग के किसानों को 50 प्रतिशत, जबकि अत्यंत पिछड़ा वर्ग, एससी और एसटी वर्ग के किसानों को लागत मूल्य का 75 प्रतिशत अनुदान मिलेगा।

15 और 20 गाय की यूनिट पर सभी वर्ग के किसानों को 40 प्रतिशत तक ही अनुदान मिलेगा। देशी गायपालन की योजना के लिए 37 करोड़ 5 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड जैसी एजेंसी के माध्यम से किसानों को देशी नस्ल की गाय उपलब्ध कराने की तैयारी है। किसान चाहें तो खुद गाय खरीद सकते हैं या फिर विभाग एजेंसी से उपलब्ध कराएगा। किसान खुद राशि लगा कर या बैंक से लोन लेकर गायपालन कर सकते हैं। 5500 से अधिक गाय पशुपालकों को देने का लक्ष्य होगा। इस योजना के लिए लगभग 40 करोड़ की राशि का प्रावधान है।

योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन

देशी नस्ल पालन की योजना इसलिए यहां की जलवायु के अनुकूल इसे पालने में आसान है। इस नस्ल की गायें कम बीमार होती हैं। इससे ए2 मिल्क मिलता है, जिसकी प्रतिलीटर कीमत 80 से 120 रुपए तक है। इसमें फैट की 5 से 8 प्रतिशत तक होता है, जबकि जर्सी और फ्रीजियन गाय के दूध में फैट 3 से 4 प्रतिशत ही होता है। प्राकृतिक खेती में लाभकारी होगा।

योजना का लाभ लेने के लिए किसान को अपने जिला के जिला गव्य विकास पदाधिकारी को आवेदन देना होगा। आवेदन ऑनलाइन लिए जाएंगे। जिला अग्रणी बैंक पदाधिकारी की अध्यक्षता में गठित चार सदस्यीय समिति द्वारा लाभुक का चयन किया जाएगा। समिति में जिला गव्य विकास पदाधिकारी सदस्य सचिव होंगे। जिला पशुपालन पदाधिकारी, उद्योग विभाग के जिला स्तरीय पदाधिकारी और जिला पारिषद के प्रतिनिधि सदस्य होंगे।

2 गायपालन के के लिए किसी तरह के जमीन की कागजात की जरूरत नहीं होगी। 4 गायपालन के लिए 5 कट्ठा जमीन का कागजात चाहिए। 15 और 20 गायपालन के लिए 10 कट्ठा जमीन के कागजात चाहिए।

लागत इकाई

2 गाय – 2.42 लाख

4 गाय – 5.20 लाख

15 गाय – 20.20 लाख

20 गाय – 26.70 लाख

राज्य में पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए यह योजना शुरू की गई है। 15 और 20 गायपालन की योजना से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। देशी नस्ल की गाय से लोगों को गुणवत्तापूर्ण दूध मिलेगा। राज्य में दूध उत्पादन भी बढ़ेगा। –आफाक आलम, पशु व मत्स्य संसाधन मंत्री, बिहार सरकार

दूध उत्पादन में बिहार 9वें स्थान पर

वर्ष – उत्पादन

1951 – 18.8 लाख टन

2004-5 – 47.03 लाख टन

2021-23 – 115.02 लाख टन

बिहार में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन दूध की उपलब्धता 400 ग्राम।

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