दीक्षांत समारोह में कुल 2,513 उपाधियाँ प्रदान की गईं, स्नातक करने वाले छात्रों में 1,277 स्नातक, 794 स्नातकोत्तर एवं 442 पीएचडी छात्र शामिल, नैसकॉम की अध्यक्ष सुश्री देबजानी घोष ने दीक्षांत समारोह को किया संबोधित

रुड़की । आईआईटी रुड़की ने अपने 24वें दीक्षांत समारोह के साथ एक ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त की, जिसमें संस्थान एवं उसके स्नातकों की महत्वपूर्ण उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया। दीक्षांत समारोह के दौरान आज भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के कुल 2513 छात्रों (1931 पुरुष और 582 महिला) ने विभिन्न विषयों में अपनी उपाधि प्राप्त की।

इस वर्ष के दीक्षांत समारोह का एक महत्वपूर्ण आकर्षण स्नातक छात्राओं के अनुपात में उल्लेखनीय वृद्धि है, जो 2022 में 18.84% से बढ़कर 2024 में 23.16% हो गई है, जो लैंगिक विविधता और समावेशन के प्रति आईआईटी रुड़की की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
शैक्षणिक उत्कृष्टता के सम्मान में, कंप्यूटर विज्ञान एवं अभियांत्रिकी में बी.टेक. स्नातक अचिंत्य नाथ ने जेईई एडवांस्ड के माध्यम से प्रवेश लेने वाले यूजी छात्रों के बीच उच्चतम सीजीपीए प्राप्त करने के लिए प्रतिष्ठित राष्ट्रपति स्वर्ण पदक अर्जित किया। इसके अतिरिक्त, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार अभियांत्रिकी में बी.टेक. स्नातक पार्थ सारथी मिश्रा को जेईई एडवांस्ड के माध्यम से प्रवेश लेने वाले यूजी छात्रों के बीच उनके उत्कृष्ट सर्वांगीण प्रदर्शन के लिए निदेशक का स्वर्ण पदक प्राप्त हुआ।
दीक्षांत समारोह में नैसकॉम की अध्यक्षा सुश्री देबजानी घोष मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अभिषासक परिषद के अध्यक्ष श्री बी.वी.आर. मोहन रेड्डी ने की, जिन्होंने समारोह में अपनी विशिष्ट उपस्थिति दर्ज कराई। आईआईटी रुड़की के सम्मानित निदेशक प्रो. के.के. पंत ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें संस्थान की शानदार उपलब्धियों और दूरदर्शी दृष्टिकोण का उल्लेख किया गया।
24वें दीक्षांत समारोह में प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए, आईआईटी रुड़की के अभिषासक परिषद के अध्यक्ष श्री बीवीआर मोहन रेड्डी ने कहा, “इस महत्वपूर्ण अवसर पर हमारे सभी स्नातकों को बधाई देना मेरे लिए सम्मान की बात है। आपकी कड़ी मेहनत, समर्पण और जुनून ने आपको इस मंजिल तक पहुंचाया है, और मुझे विश्वास है कि आपने यहां जो ज्ञान और कौशल प्राप्त किया है, वह आपके भविष्य के सभी प्रयासों में आपकी सहायता करेगा। आज, आप आईआईटी रुड़की के पूर्व छात्रों की एक प्रतिष्ठित परंपरा में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने महत्वपूर्ण सामाजिक योगदान दिया है। याद रखें, यह आपकी यात्रा की शुरुआत है, और दुनिया आपके नवाचारों एवं नेतृत्व की प्रतीक्षा कर रही है। एक बार फिर बधाई, और आपके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ।”

आईआईटी रुड़की के पास 175 वर्षों से अधिक की समृद्ध विरासत है, जो अपने स्नातक, स्नातकोत्तर एवं डॉक्टरेट कार्यक्रमों के लिए देश और विदेश से प्रतिभाशाली छात्रों को आकर्षित करती है।

दीक्षांत समारोह की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए, आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के.के. पंत ने स्नातक वर्ग एवं उनके परिवारों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने संस्थान के असाधारण वर्ष पर प्रकाश डाला, जिसमें 148 पेटेंट प्राप्त करना और इसकी क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग को 369वें से 335वें स्थान पर पहुंचाना शामिल है। प्रो. पंत ने लगातार चौथे वर्ष भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) से सर्वाधिक नवोन्मेषी संस्थान का पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ एवं हरित परिसर का पुरस्कार प्राप्त करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने मजबूत उद्योग-अकादमिक सहयोग, माइक्रोन सेमीकंडक्टर लैब का उद्घाटन और ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी तथा नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए भारी उद्योग मंत्रालय के साथ एएआरटीआई पर उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना का उल्लेख किया। इसके अतिरिक्त, प्रो. पंत ने पूरे वर्ष आयोजित किए गए प्रभावशाली कार्यक्रमों जैसे कि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस, उत्तराखंड प्लास्टिक शिखर सम्मेलन और सशक्त भारत समारोह पर विचार किया, जिसने युवा नवोन्मेषकों को काफी प्रेरित किया है, पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा दिया है, छात्रों की रचनात्मकता को प्रदर्शित किया है और उद्योग-अकादमिक एकीकरण को बढ़ावा दिया है।

अपने संबोधन में प्रो. पंत ने कहा, “स्नातक करने वाले छात्रों और उनके परिवारों को मेरी बधाई। आईआईटी रुड़की के पास इंजीनियरिंग और विज्ञान में एक समृद्ध विरासत है, और हमारी वर्तमान उपलब्धियाँ नवाचार एवं उत्कृष्टता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती हैं। रिकॉर्ड पेटेंट, प्रतिष्ठित पुरस्कार और प्रौद्योगिकी तथा बुनियादी ढाँचे में उन्नति के साथ, हम अनुसंधान एवं विकास में अग्रणी बने हुए हैं। पूरे वर्ष हमारे कार्यक्रमों ने युवा दिमागों को प्रेरित करके, स्थिरता को बढ़ावा देकर और उद्योग-अकादमिक सहयोग को आगे बढ़ाकर समाज को काफी हद तक प्रभावित किया है। ये मील के पत्थर प्रगति की हमारी निरंतर खोज और विकसित भारत 2047 के दृष्टिकोण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।”
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि नैसकॉम की अध्यक्ष सुश्री देबजानी घोष ने कहा, “इस महत्वपूर्ण अवसर पर हमारे सभी स्नातकों को बधाई देना मेरे लिए सम्मान की बात है। आपकी कड़ी मेहनत, समर्पण और जुनून ने आपको इस मंजिल तक पहुंचाया है, और मुझे विश्वास है कि आपने यहां जो ज्ञान और कौशल प्राप्त किया है, वह आपके भविष्य के सभी प्रयासों में आपकी सहायता करेगा। आज, आप आईआईटी रुड़की के पूर्व छात्रों की एक प्रतिष्ठित परंपरा में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने महत्वपूर्ण सामाजिक योगदान दिया है। याद रखें, यह आपकी यात्रा की शुरुआत है, और दुनिया आपके नवाचारों एवं नेतृत्व की प्रतीक्षा कर रही है।

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