बैंक कर्मचारियों ने रैली निकालकर किया प्रदर्शन, वेतन बढ़ोतरी व अन्य मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं बैंक कर्मचारी
हरिद्वार । वेतन बढ़ोतरी व अन्य मांगों को लेकर बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों की हड़ताल के चलते दूसरे दिन भी तमाम बैंकों पर ताले लटके रहे। बैंक बंद रहने से उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। बैंक कर्मियों की दो दिवसीय हड़ताल के चलते हरिद्वार में सभी सरकारी बैंकों में कामकाज ठप्प रहा। 9 यूनियनो के संयुक्त मंच यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स के आह्वान पर हड़ताली बैंक कर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में रैली निकालकर प्रदर्शन किया। कामरेड राजकुमार सक्सेना ने कहा कि बैंक कर्मचारी लंबे समय से वेतन बढ़ोतरी सहित अन्य मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन सरकार कुछ करने को तैयार नहीं है। तमाम सरकारी योजनाओं को लागू करने में बैंक कर्मचारी निर्णायक भूमिका निभाते हैं। लंबी अवधि की डयूटी करने के बाद भी बैंक कर्मियों को पर्याप्त वेतन नहीं मिल रहा है। वेतन के अलावा अन्य लाभों में भी कटौती की जा रही है। सरकार कर्मचारियों को राहत देने के बजाए बैंकों का विलय कर रही है। सरकार की मंशा ठीक नहीं है। यूनाईटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स द्वारा बैंक संघ के साथ कई दौर की वार्ताओं के बाद समस्याओं का समााधान नहीं हो रहा है। सरकार व बैंक संघ के अड़ियल रूख के चलते कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने का विवश होना पड़ा है। कर्मचारियों ने आह्वान किया पे स्लिप कंपोनेंट पर 20 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ यथोचित लोडिंग व सप्ताह में 5 दिन बैंकिंग, स्पेशल पे को बेसिक पे में मिलाए जाया, नई पेंशन योजना को बंद कर पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए, पारिवारिक पेंशन में सुधार, बैंकों के ऑपरेटिंग प्रॉफिट पर वेलफेयर फंड का आवंटन, सेवानिवृत्ति लाभों पर इनकम टैक्स की छूट, लीव बैंक की स्थापना। अधिकारियों के लिए काम के घंटे तय करना, डेली मजदूर तथा बिजनेस कोर्सपोंडेंस के लिए समान काम समान वेतन आदि मांगों को जल्द पूरा किया जाए। इस दौरान अंकुश झाम, राहुल खुराना, रवि कुमार, राज कुमार सक्सेना आदि सहित बड़ी संख्या में बैंककर्मी व अधिकारी मौजूद रहे।