छाती में दर्द, तेज खांसी और मुंह से खून आना, फेफड़ों के कैंसर के हो सकते हैं संकेत
कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो बॉडी के किसी भी हिस्से में हो सकती है। लाइफस्टाइल और खानपान से जुड़ी इस बीमारी की पहचान अगर समय पर कर ली जाए तो जान को बचाया जा सकता है। कैंसर कई तरह के होते हैं लेकिन कुछ कैंसर ऐसे हैं जिनके मरीजों की संख्या देश और दुनियां में तेजी से बढ़ रही है। लंग्स कैंसर या फेफड़ों का कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो युवाओं में तेजी से पनप रही है। इस बीमारी के लिए धुम्रपान मुख्य कारण हैं। इस कैंसर में शरीर की कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर हो जाती है। जब कैंसर फेफड़ों में हो तो उसे लंग कैंसर कहा जाता है।इस कैंसर के लिए धुम्रपान के अलावा भी कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे तंबाकू का सेवन,धुएं के संपर्क में आना और पारिवारिक हिस्ट्री भी इस कैंसर के लिए जिम्मेदार है। इस कैंसर का पता लगाने के लिए उसके लक्षणों की पहचान करना बेहद जरूरी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक फेफड़े के कैंसर से पीड़ित पांच में एक मरीज की पुष्टि होने के एक महीने में ही उसकी मृत्यु हो जाती है, जबकि 73 प्रतिशत रोगी साल भर के अंदर मर जाते हैं। इस गंभीर बीमारी के लक्षणों की समय पर पहचान हो जाए तो जिंदगी को बचाया जा सकता है।
फेफड़ों के कैंसर के लक्षणों की बात करें तो लम्बे समय तक खांसी रहना इस बीमारी के लक्षण हैं।
छाती में दर्द होना और सांस लेने में परेशानी होना भी लंग कैंसर के लक्षण हैं।
खांसी आने पर उसके साथ खून आना भी लंग कैंसर के लक्षण हैं।
हर समय थकान महसूस होना और बिना किसी कारण के वजन का कम होना भी लंग कैंसर के लक्षण है।
भूख नहीं लगना या भूख कम लगना भी कैंसर के संकेत हैं।
आवाज का बैठना लंग कैंसर के लक्षण हो सकते हैं।
सिर में दर्द और हड्डियों में दर्द रहना भी लंग कैंसर के लक्षण हैं।
लंग कैंसर से बचाव करने के लिए आप स्मोकिंग नहीं करें।
नशीले पदार्थों का सेवन आपकी परेशानी को बढ़ा सकता है।
स्मोकिंग नहीं करते लेकिन सिगरेट के धुएं के संपर्क में रहते हैं तो ऐसे माहौल से दूर रहें। ऐसी जगह जाने से बचें जहां स्मोकिंग होती है जैसे बार और रेस्तरां में नहीं जाएं।
डाइट में फल और सब्जियों का सेवन करें।
पोषक तत्वों से भरपूर फल और सब्जियां बॉडी में जरूरी विटामिन और मिनरल्स देंगी।एक्सरसाइज जरूर करें।
अगर आप एक्सरसाइज या योगा नहीं करते हैं तो धीरे-धीरे अपनी आदत में इन्हें शुमार कर लें।