उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति मनोनीत होने पर डॉ सुनील जोशी का स्वागत किया गया, कहा जोशी के कुलपति बनने से उत्तराखण्ड में आयुर्वेद विभाग तेजी से उन्नति करेगा
हरिद्वार । उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति मनोनीत किए गए प्रो.डा.सुनील जोशी का ऋषिकुल स्नातक/परास्नातक परिषद द्वारा स्वागत व अभिनन्दन किया गया। स्नातक परिषद के अध्यक्ष डा.देवेन्द्र चमोली ने कहा कि देश विदेश में आयुर्वेद क पताका फहराने वाले डा.सुनील जोशी के कुलपति बनने से उत्तराखण्ड में आयुर्वेद विभाग तेजी से उन्नति करेगा। उपाध्यक्ष डा.नरेश चौधरी ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा एवं शिक्षा के जाने माने विद्वान प्रो.डा.सुनील कुमार जोशी कड़ी मेहनत के दम पर ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय से स्नातक रहे तथा बीएचयू से परास्नातक उपाधि प्राप्त करने के बाद राजकीय सेवा मेें विभिन्न पदों पर अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के पद पर पहुचें हैं।डा.सुनील कुमार जोशी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे सभी को साथ लेकर आयुर्वेद विभाग को सम्पूर्ण विश्व में अपनी अलग पहचान बनाने के लिए दृढ संकल्पित है। साथ ही आयुर्वेद विभाग में नये अनुसंधान को बढ़ाना उनकी मुख्य प्राथमिकता रहेगी। प्रो.डा.जोशी ने कहा कि कोरोना जैसी महामरी के लिये आयुर्वेद अनुसंधान कर, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने की ओर अग्रसर है। आगामी कुम्भ में भी आयुर्वेद विभाग संक्रिय सहभागिता करेगा। इस अवसर पर स्नातक परिषद के संरक्षक डा.रवि वेदी, डा.विनोद शर्मा, स्नातक परिषद के सचिव डा.उदय नारायण पाण्डेय, परिसर निदेशक, प्रो.डा.अनूप कुमार गक्खड, प्रो.डा.अरूण कुमार त्रिपाठी, प्रो.डा.आरबी सती, स्नातक परिषद के वरिष्ठ सदस्य डा.अशोक पालीवाल, डा.रमेश गोयल, डा.टीके गर्ग, डा.श्रवण कुमार त्रिपाठी, डा.चन्द्रधर काला, डा.प्रेम सतलेवाल, डा.विनीत अग्निहोत्री, डा.प्रमोद कपूर, डा.हर्षवर्धन, एवं डा.ओपी सिंह, मंजू पाण्डेय, अनिल सिंह नेगी, दिलवर सिंह सतकारी, सुदामा जोशी, जसपाल सिंह नेगी, शकुन्तला वर्मा, समीर पाण्डेय, खीमानन्द भट्ट, शिवनारायण, छत्रपाल सिंह एवं समस्त ऋषिकुल परिवार ने स्वागत किया।