देसी किस्मों के मुकाबले ज्यादा दाम पर बिकेगी हाइब्रिड लौकी, ये हैं डबल मुनाफे वाली उन्नत किस्में…

लौकी को भारत के अलग-अलग इलाकों में कई नामों से जानते हैं। कई इलाकों में लौकी को घिया भी कहते हैं, तो कहीं इसे दूधी और कलाबश के नाम से भी जानते हैं। बाजारों में इसकी काफी मांग रहती है, इसलिये देश के हर इलाके में इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जा रही है। रसोईयों का स्वाद बढ़ाने से लेकर पाइव स्टार होटलों में भी कई स्वादिष्ट व्यंजनों तक लौकी ने स्वाद और सेहत की दौड़ में काफी नाम कमाया है।

यही कारण है कि अब किसान लौकी की व्यावसायिक खेती पर जोर दे रहे हैं। लौकी से अच्छी आमदनी कमाने के लिये नई तकनीकों और उन्नत किस्मों पर प्रयोग कर रहे हैं। खासकर लौकी की हाइब्रिड किस्मों खेत से लेकर बाजारों तक खूब चर्चाओं में बनी हुई हैं।

ये हैं हाइब्रिड लौकी की उन्नत किस्में

वैसे को हाइब्रिड लौकी की कई किस्मों खेतों में लगाई जा रही हैं, लेकिन किसानों के बीच सम्राट, अर्का बहार, अर्का गंगा, अर्का नूतन, पूसा संतुष्टि, पूसा संदेश जैसी किस्में क्वालिटी और अधिक पैदावार के मामले में काफी लोकप्रिय हुई हैं।

सम्राट लौकी

जैसा कि नाम से ही साफ है उत्पादन और क्वालिटी के मामले में सम्राट लौकी का कोई जवाब नहीं। यह एक मजबूत हाइब्रिड किस्म है, जिसका रंग सामान्य हरा होता है। इसके फलों की लंबाई 30 से 40 सेमी तक होती है, जो 150 से 180 दिनों के बीच तुड़ाई के लिये तैयार हो जाती है. एक हैक्टेयर क्षेत्र में सम्राट लौकी उगाकर 400 से 500 क्विंटल तक उत्पादन ले सकते हैं।

अर्का बहार

आर्का बहार लौकी की नरम सब्जी की लंबाई मध्यम होती है, जिनका वजन करीब 1 किलोग्राम तक बैठता है. आर्का लौकी का छिलका हरा और चमकीला होता है, जो प्रति हेक्टेयर जमीन पर 40 से 45 टन तक उत्पादन दे सकता है। यह पुष्पसड़न रोग के प्रति एक मजबूत किस्म है, जिसकी गर्दन लंबी और सीधी होती है।

अर्का गंगा

आर्का गंगा भी लौकी की हाइब्रिड किस्म है, जिसकी सब्जियों का आकार गोलाकार और रंग गहरा हरा होता है। ये लौकी की कम अवधि वाली किस्म है, जो 56 दिनों के अंदर लौकी की सब्जियों का बंपर उत्पादन देती है। प्रति हेक्टेयर जमीन पर आर्का गंगा की खेती करके 58 टन तक स्वस्थ उत्पादन ले सकते हैं।

अर्का नूतन

बेलन के आकार वाली अर्का नूतन लौकी की हाइब्रिड किस्म है, जो 56 दिनों के अंदर तुड़ाई के लिये तैयार हो जाती है। एक हेक्टेयर जमीन पर आर्का गगन की फसल से 46 टन का फलों का उत्पादन ले सकते हैं। मचान विधि से इसकी खेती करने पर पौधे तेजी से विकास करते हैं और उत्पादन समय से पहले ही मिल जाता है।

पूसा संतुष्टि

पूसा संतुष्टि लौकी का आकार नाशपाती जैसा होता है। इसकी ऊपरी परत चिकनी और हल्के हरे रंग की होती है। पूसा संतुष्टि लौकी का वजन भी 800 ग्राम से 1 किलोग्राम के बीच ही होता है। प्रति हेक्टेयर जमीन पर इसकी खेती और सही प्रबंधन कार्यों के जरिये 25 से 29 क्विंटल तक सब्जी का उत्पादन ले सकते हैं।

पूसा संदेश

पूसा संदेश हाइब्रिड लौकी का रंग गहरा हरा होता है। इसके फलों का आकार चपटा और गोल होता है, जिसका प्रति फल वजन कम से कम 500 से 600 ग्राम तक होता है। प्रति हेक्टेयर जमीन पर में इसकी खेती करके 31 टन तक पैदावार ले सकते हैं।

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