लगातार कई बैठकों से नदारद चल जिला पंचायत सदस्यों को कारण बताओ नोटिस, जिला पंचायत की सियासत में हलचल
हरिद्वार । निदेशालय पंचायती राज उत्तराखंड के द्वारा हरिद्वार जिला पंचायत बोर्ड की बैठकों से लगातार अनुपस्थित चल रहे जिला पंचायत सदस्यों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि क्यों न उनकी सदस्यता समाप्त कर दी जाए? निदेशालय पंचायती राज की ओर से कहा गया है कि अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत हरिद्वार के द्वारा की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि सदस्य जिला पंचायत हरिद्वार बिजेंद्र सिंह की ओर से सदन में यह प्रस्ताव लाया गया कि मोहम्मद सत्तार ,अमरोज ,नीलू और अंजूम सदस्य जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में उपस्थित नहीं हो रही है। इसीलिए इन सभी सदस्यों की सदस्यता समाप्त करने के लिए सक्षम अधिकारी को पत्र लिखा जाए यह प्रस्ताव बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से पारित हुआ। जिला पंचायत बोर्ड की ओर से आए इस प्रस्ताव पर संज्ञान लिया गया जिसमें बोर्ड की ओर से चारों सदस्यों के बारे में बताया गया है कि वह 4 जनवरी 2020 , 28 नवंबर 2019 ,3 अगस्त 2019, 2 मार्च 2019 की बोर्ड की बैठक में उपस्थित नहीं हुए हैं। जिला पंचायत की ओर सदस्यों की अनुपस्थिति के प्रमाण भी भेजे गए हैं। निदेशालय पंचायती राज उत्तराखंड की ओर से कहा गया है कि आप संबंधित जिला पंचायत सदस्य 14 दिन के भीतर अपना जवाब दे और बैठकों में लगातार अनुपस्थिति की पर्याप्त वजह और प्रमाण प्रस्तुत करें। जिला पंचायत सदस्यों को नोटिस जा रहे होते ही जिला पंचायत की सियासत में खासी हलचल शुरू हो गई है जहां मौजूदा जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा खेमा संबंधित सदस्यों की सदस्यता समाप्त कराने की कोशिश में लगा है। वही संबंधित जिला पंचायत सदस्य भी अपनी सदस्य बचाने के लिए सक्रिय हो गए हैं।