सनातन धर्म में पूजा-पाठ का बहुत अधिक महत्व: प्रदीप बत्रा, हरमिलाप धर्मशाला में आयोजित ज्ञान यज्ञ का शहर विधायक ने किया उद्घाटन
रुड़की । चिन्मय मिशन की ओर से श्री रामचरितमानस के उत्तरकाण्ड के मुख्य अंशों पर सप्ताह भर चलने वाले प्रवचन की शुरूआत की गई। वक्ता ने रामचरित मानस के कुछ अंशों को लेकर प्रवचन दिए। साकेत की हरमिलाप धर्मशाला में आयोजित ज्ञान यज्ञ का उद्घाटन शहर विधायक प्रदीप बत्रा ने किया। उन्होंने कहा कि अपने व्यस्त समय में प्रत्येक व्यक्ति को पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान के लिए जरूर समय देना चाहिए। उन्होंने कहा सच्ची शांति केवल ईश्वर की शरण में आकर ही मिलती है। इंदौर से आए आचार्य प्रबुधानन्द ने रामचरित मानस के उत्तरकाण्ड पर सरस प्रवचन दिए। उन्होंने बताया कि किस प्रकार सीता, लक्ष्मण और समस्त वानर सेना के साथ राम अयोध्या वापस पहुंचे। राम का भव्य स्वागत हुआ, भरत के साथ सर्वजनों में आनन्द मिला। वेदों और शिव की स्तुति के साथ राम का राज्याभिषेक हुआ। वानरों की विदाई दी गई। राम ने प्रजा को उपदेश दिया और प्रजा ने कृतज्ञता प्रकट की। इस अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष हेमन्त अरोड़ा ने बताया कि 19 मार्च तक लगातार शाम को उत्तरकाण्ड के मुख्य अंशों पर प्रवचन किए जाएंगे। इसके साथ ही प्रात: गीता के अध्याय पर प्रवचन किए जाएंगे। इस अवसर पर सुदीप्ति, मुनीश, सुबोध, अजित सिंघल, रवनिता, ममता, शारदा, नवनीत, मंजू, मीना, रोहिणी, सन्तोष, करण पाल नरेंद्र कुमार आशीष आदि मौजूद रहे।