पत्नी ने आशिक के साथ मिलकर की थी पति की हत्या, भगवानपुर पुलिस ने खुब्बनपुर गांव में हुई हत्या का 24 घंटे में किया खुलासा, तीन गिरफ्तार, एसएसपी ने पुलिस टीम को इनाम देने की घोषणा की
रुड़की । पत्नी और पुत्र ने आशिक के साथ मिलकर पति की हत्या की थी। भगवानपुर के खुब्बनपुर गांव में पूर्व प्रधान के भाई की हत्या का पुलिस ने 24 घण्टे में खुलासा कर दिया। हत्या के आरोप में उसकी पत्नी, पुत्र और पत्नी के आशिक को गिरफ्तार किया है। रुड़की सिविल लाइंस कोतवाली में मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी हरिद्वार डी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि गुरुवार सुबह 48 वर्षीय व्यक्ति का शव लव्वा स्थित एक सब्जी के खेत में बरामद हुआ था जिसकी शिनाख्त ख़ूब्बनपुर निवासी बालेश के रूप में हुई थी। मृतक के भाई ब्रह्मपाल सिंह पुत्र भुल्लन सिंह की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले के खुलासे के लिए टीम गठित कर जांच शुरू कर दी थी। टीम ने सर्विलांस एवं मुखबिर की मदद से मामले में जानकारी मिली की मृतक की पत्नी बबली सिकंदरपुर स्थित एक फैक्ट्री में नौकरी करने जाती है और उसका लाल सिंह नाम के व्यक्ति से प्रेम प्रसंग चल रहा है। जिसको लेकर उसका और उसके पति के बीच आए दिन झगड़ा होता था। बबली ने अपने पति से छुटकारा पाने के लिए आशिक लाल सिंह के संग मिलकर उसकी मौत का प्लान बनाया। जिसके तहत उसे नींद की गोलियां खिलाकर गला दबाने की योजना बनाई गई और लोगों को मौत के बाद उसे बुखार आने की बात बताना योजना में शामिल किया गया। प्लान के तहत लाल सिंह ने 18 अगस्त को मेडिकल स्टोर से नींद की 20 गोलियाँ खरीदी और बबली को दे दी बबली ने 19 अगस्त की रात चाय में अपने पति को 10 गोलियां चाय में घोलकर पिला दी। जब बालेश बेहोश हो गया तो बबली ने लाल सिंह को फोन करके अपने घर बुलाया और दोनो ने मिलकर बालेश का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। लाश को बबली के बेटे अरुण ने बोरे में डाल दी। और बिलाल सिंह और अरुण मोटरसाइकिल पर गोरे को रखकर लाश को सुनसान रास्ते में फेंका और अपने अपने घर चले गए। जब अरुण अपने घर पहुंचा तो बबली को लगा कि कहीं उसका पति जिंदा ना बच जाए। वह अपने पुत्र अरुण को लेकर फिर से उसी स्थान पर गई और बबली ने दर्राती से अपने पति बालेश का गला रेत दिया। पुलिस ने मृतक की पत्नी बबली, पुत्र अरुण और लाल सिंह को गिरफ्तार कर हत्या का मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में पेश किया है। घटना का खुलासा करने वाली टीम में थाना अध्यक्ष संजीव थपलियाल, उप निरीक्षक मनोज ममगाईं, संत सिंह जियाल, महिला उप निरीक्षक गीता चौहान,कॉन्स्टेबल सुधीर, संजय रावत, भाव सिंह, चालक लाल सिंह और सीआईयू कॉन्स्टेबल अशोक शामिल रहे। एसएसपी ने टीम को ढाई हजार का इनाम देने की घोषणा की।