अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर क्वाड्रा इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद रुड़की में योग शिविर का आयोजन, योग से बीमारियों को दूर करने के तरीके प्राणायाम, सूक्ष्म व्यायाम व आसन बताएं गए

रुड़की । चौधरी हरचन्द सिंह आत्मा राम एजुकेशन ट्रस्ट क्वाड्रा इंस्टिटयूट ऑफ आयुर्वेद रुड़की में 10वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग महोत्सव कार्यक्रम बड़े ही भव्य और दिव्य रुप में मनाया गया जिसकी शुरुआत बुद्धवार 19 जून को त्रिदिवसीय योगा वर्कशॉप से की गई थी। जिसमें प्रतिदिन दो पाली में कार्यक्रम संचालित किये गये प्रथम पाली में योगाभ्यास, प्राणायाम एवं आसन का अभ्यास व द्वितीय पाली में योगासन अनुसंधान व्याख्यान पाठ्यक्रम संचालित हुआ। शुकवार को 10वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग प्राणायाम शिविर आयोजित किया गया। जिसमें साधकों को योगाचार्य शक्ति सिंह ने आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी किये गए योगा प्रोटोकॉल के अनुसार आसन योग, प्राणायाम एवं आसन का अभ्यास कराकर उनसे होने वाले लाभ और महत्व को समझाया। कार्यक्रम में छात्रों द्वारा योगासन की प्रस्तुतियां प्रस्तुत की और अष्टांग योग मानव जीवन में योग का महत्व आदि योगासन विश्व पर पोस्टर प्रस्तुत किये गए। जिसमें प्रतिभाग करने वाले छात्रों को क्वाड्रा संस्थान द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यकम के बतोर मुख्य अतिथि क्वाड्रा संस्थान के प्रबन्धक समिति सचिव डॉ० रकम सिंह ने कार्यक्रम में हिस्सा लेकर योग प्राणायाम, आसन का अभ्यास कर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया और अपने उद्बोधन में कहा की योग आयुर्वेद भारत की संस्कृति से जुडी विरासत है। जिससे आज विश्वपटल पर भारत का गौरव बढ़ा है और प्रमाणिकता के साथ योग आयुर्वेद को पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति योग आयुर्वेद दुनिया की केवल एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जो अपने प्रयोजन “स्वास्थस्य स्वास्थ्य खक्षणमातुरस्य विकार प्रशमनं च” से रोगी के रोग को ठीक करने और आगन्तुक रोगों से व्यक्ति को स्वस्थ रखता है। कार्यक्रम में संस्थान द्वारा योगाचार्य सर्वेश गोस्वामी एवं योगाचार्य शक्ति सिंह को क्वाड्रा स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मनित किया गया। इस योगा वर्कशॉप एवं योग महोत्सव के सकुशल आयोजन में डॉ० सौरभ कुमार, डॉ० ममता सैनी, डॉ० मयंक बिश्नोई, शकित सिंह, संजय सैनी का विशेष सहयोग रहा। प्राचार्य डॉ० जितेन्द्र शर्मा द्वारा वर्कशॉप के सफल आयोजन एवं अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई दी और कहा कि योग, आयुर्वेद अर्थात जीवन रक्षा सम्बन्धी ज्ञान है जो अनादि एवं परम्परागत है और इसी परम्परागत ज्ञान को ही समय-समय पर आचार्यों ने लिपिबद्ध कर संहिताओं एवं अन्य ग्रन्थों की रचना कर योग आयुर्वेद को जनहित में प्रतिपादित किया। इस अवसर पर डॉ० सौरभ कुमार, डॉ० अभिषेक भूषण शर्मा, डॉ० रजनीकांत, डॉ० शेरोन प्रभाकर, डॉ० चारु शर्मा, डॉ० त्रिवेणी शास्त्री, डॉ० पारुल आनन्द, डॉ० योगेश कुमार सिशौदिया, डॉ० अनित सैनी, डॉ० हिमाद्री, डॉ० पूजा भण्डारी, डॉ० प्रतिभा, डॉ० अदिति यादव, डॉ० प्रियंका, दीपक कुमार, शाहिद, राहुल, आशीष, भरत कुमार, आदि उपस्थित रहे।

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