अच्छे संस्कार ही सफलता की पहली सीढ़ी, डीपीएस रुड़की के डायरेक्टर राम अग्रवाल ने कहा पहली पाठशाला घर से ही शुरू होती है, उनके संस्कार ही बच्चों को समाज में देते हैं एक मुकाम
रुड़की । डीपीएस रुड़की के डायरेक्टर राम अग्रवाल ने कहा है कि संस्कार ही परिवार की पहचान है। इसकी पहली पाठशाला घर से ही शुरू होती है। हर मां-बाप अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देना चाहते हैं। शुरूआत में बच्चों को दी गई शिक्षा ही आगे चलकर काम आती है। उनके संस्कार ही बच्चों को समाज में एक मुकाम देते हैं। भले ही आधुनिकता के दौर में हर पल बढ़ने की कोशिश कर रहे हों लेकिन लेकिन गलत चीजों को नकारने के तरीके भी बताना जरूरी है। मसलन सुबह उठ कर बड़ों के पांव छू कर आशीर्वाद लो, थाली में अन्न का एक दाना भी न छोड़ा, भगवान की प्रार्थना करो वगैरह-वगैरह। यही वजह है कि हर अभिभावक अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए बेहतर शिक्षण संस्थान को तरजीह देते हैं। ऐसा शिक्षण संस्थान जहां शिक्षा के साथ जीवन के हर पल को एक हुनर में ढाल दें। उन्होंने छात्र- छात्राओं को अच्छे अंक प्राप्त करने पर बधाई और शुभकामनाएं दी। डीपीएस का 12वीं का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहने पर उन्होंने सभी टीचर्स और पेरेंट्स का भी आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि छात्र- छात्राओं की सफलता में टीचर्स और पेरेंट्स के साथ ही स्कूल प्रबंधन की भी विशेष भूमिका रहती है। अच्छे अनुशासन पर ही स्कूल कक्षा परिणाम आता है। उन्होंने माना कि उनके बेटे कार्तिक अग्रवाल ने घर व स्कूल में मिले अच्छे संस्कारों के कारण ही कॉमर्स में इतने अच्छे अंक प्राप्त किए। उन्हें घर पर अच्छे संस्कार मिले और डीपीएस में अनुशासित ढंग से पढ़ाई की। कार्तिक अग्रवाल भी अच्छे अंक प्राप्त करने का श्रेय टीचर्स ,पेरेंट्स और स्कूल प्रबंधन को देते हैं और बताते हैं कि उन्हें पढ़ाई के लिए बहुत ही अच्छा माहौल मिला। वह अच्छी शिक्षा प्राप्त कर राष्ट्र और समाज की सेवा करना चाहते हैं।