शनिदेव मंदिर पर भंडारे का आयोजन शहर विधायक प्रदीप बत्रा और समाज सेविका मनीषा बत्रा ने भोजन परोसा
रुड़की । आज हरिद्वार रोड पर स्थित शनिदेव मंदिर पर भंडारे का आयोजन किया गया। जहां पर शहर विधायक प्रदीप बत्रा और समाजसेवी का मनीषा बत्रा ने भोजन परोसा। इस अवसर पर शहर विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा है कि वैदिक धर्म में ब्राह्मण और गरीबों को दान देना विधान माना गया है. दान के कई रूप होते हैं जैसे- अन्नदान, वस्त्रदान,विद्यादान, अभयदान और धनदान. इसमें में किसी भी चीज का दान करने से आपको पुण्य की प्राप्ति होती है। दान में सबसे बड़ा दान अन्नदान माना जाता है. इसलिए लोग सबसे ज्यादा भंडारा करवाते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा अन्न का दान किया जा सके। उन्होंने कहा है कि हमारे देश में तो कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं जहां पर 24 घंटे भंडारा चलता रहता है। शनि देव मंदिर पर अक्सर भंडारे का आयोजन होता है। यह एक अच्छी परंपरा है। इस अवसर पर समाजसेविका मनीषा बत्रा ने कहा है कि धर्म चाहे कोई भी हो लेकिन अक्सर आपने देखा होगा कि जब भी लोग कोई धार्मिक कार्य संपन्न करवाते हैं तो उसकी समाप्ति वाले दिन भंडारा या लंगर अवश्य करवाते हैं।
इतना ही नहीं बहुत से धार्मिक स्थल ऐसे भी हैं जहां निरंतर भंडारा किया जाता है।प्राचीन काल से ही यह परंपरा चली आ रही। जब भी कोई हवन, यज्ञ या फिर कोई अन्य धार्मिक कार्यक्रम कराया जाता है। तब वस्त्र या भोजन वितरण अवश्य किया जाता है। भंडारे के दौरान लोग अपनी श्रद्धा या अपनी हैसियत अनुसार भोजन वितरण करते हैं। भंडारा करवाने का मुख्य उद्देश्य जरूरतमंदों को भोजन करवाने से लिया जाता है, लेकिन शास्त्रों में इस भंडारे का एक और महत्व भी दर्ज है। उन्होंने कहा है कि शास्त्रों के अनुसार दुनिया का सबसे बड़ा दान अगर कुछ है तो वह है अन्नदान। यह संसार अन्न से ही बना है और अन्न की सहायता से ही इसकी रचनाओं का पालन हो रहा है। अन्न एकमात्र ऐसी वस्तु है जिससे शरीर के साथ-साथ आत्मा भी तृप्त होती है। उन्होंने कहा कि शनि देव मंदिर पर भंडारे में प्रसाद वितरित कर उन्हें बहुत ही अच्छा लगा है। इस मौके पर काफी लोग मौजूद रहे और सभी ने भंडारे में प्रसाद वितरित किया।