नगर निगम रुड़की में चल रही सियासी खींचतान के चलते 1 दर्जन से अधिक पार्षदों ने भाजपा से दिया इस्तीफा
रुड़की । नगर निगम रुड़की के 15 पार्षदों ने भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषणा की है। पार्षदों ने भाजपा संगठन पर समर्थन न देने का आरोप लगाया है। इसमें से कुछ भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते थे तो ज्यादातर मेयर गौरव गोयल के साथ भाजपा में शामिल हुए थे। रुड़की के आदर्शनगर स्थित एक वैंकट हॉल में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में पार्षद शक्ति राणा ने कहा कि निगम में चल रही राजनीति से सभी आहत हैं क्योंकि निगम में 29 पार्षद भाजपा के सिम्बल पर विजयी हुए थे अन्य 14 पार्षद बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे कहा कि अब निगम में भाजपा के कुछ पार्षद कांग्रेस के पार्षदों के साथ मिलकर गलत राजनीति कर रहे हैं उन पार्षदों ने मिलकर 16 पार्षदों के विकास कार्यो के प्रस्तावों को गिराने का काम किया है कहा कि जब भाजपा के पार्षद ही विकास कार्यों को रोकने का काम कर रहे हैं। नवनीत शर्मा ने कहा कि जब उनके प्रस्तावों को गिरा दिया जाता है और उनके वार्डों में विकास कार्यों को रोका जाता है इस स्थिति में भाजपा के नेता या पदाधिकारी कोई हस्तक्षेप नही करते। कहा कि ऐसे दल में रहकर कोई लाभ नही है। पार्षद सचिन चौधरी ने कहा कि विधानसभा चुनाव आ गए हैं और वह किस मुंह से वोट मांगने क्षेत्र में जाएंगे। जनता विकास के बारे में पूछेगी तो क्या जबाब दिया जाएगा। इसलिए सभी ने मिलकर भाजपा जिलाध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया है। इस्तीफ़ा देने वालों में शक्ति राणा निर्दलीय, सचिन चौधरी, अंकित चौधरी, संजीव राय उर्फ टोनी, वीरेंद्र गुप्ता, अनूप राणा,देवकी जोशी, पूनम देवी,डॉ नवनीत, राजेश्वरी देवी, राजेश देवी (सुबोध चौधरी) मंजू भारती ,विनीता रावत, रेशमा परवीन (मुस्तकीम), सपना धारीवाल आदि शामिल रहे।