महाकुंभ के लिए तैयार हो रहे हैं अनेकों मार्ग, पुराने मार्गों का डामरीकरण और नए मार्गो का निर्माण तेजी से जारी
हरिद्वार /रुड़की । महाकुंभ के लिए अनेकों मार्ग तैयार हो रहे हैं। पुरानी मार्गों का डामरीकरण कराया जा रहा है तो नए मार्गों के निर्माण में तेजी बरती जा रही है। इस बीच कई नए मार्ग भी बन रहे हैं। ताकि श्रद्धालुओं को आवागमन में कहीं कोई किसी तरह की दिक्कत पेश न आए। उनके वाहन सरपट दौड़ सके। विशेषकर बिजनौर -हरिद्वार, दिल्ली- हरिद्वार ,पुरकाजी- हरिद्वार, सहारनपुर वाया धनोरी हरिद्वार, बिहारीगढ़ -हरिद्वार मार्ग पर विशेष जोर है। इन मार्गों के अलावा धनोरी-रोशनाबाद, लंढोरा- ज्वालापुर मंडी, मंगलौर- देवबंद, गुरुकुल नारसन- पुहाना,नागल-झबरेड़ा वह चिल्ला हरिद्वार मार्ग भी संवारे जाएंगे। इस बीच कांवड़ पटरी को 2 लाइन बनाने का कार्य काफी तेजी से चल रहा है । इस पटरी को महाकुंभ से 4 महीने पहले आयोजित होने वाले कांवड़ मेले के दौरान चालू करने की योजना है। हालांकि अन्य कई मार्ग भी स्वीकृत हैं । जिसमें धनोरी सिडकुल मार्ग भी शामिल है। पर यह मार्ग इतना जल्द बनने की संभावना नहीं है। लेकिन इस बीच गंगनहर की राइट पटरी को भी पूरी तरह दुरुस्त करने की योजना है। राइट द ट्री को वह हमेशा वैकल्पिक मार्ग के रूप में उपयोग में लाया जाता रहा है। रुड़की- लक्सर मार्ग के डामरीकरण का कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है। कावड़ हो या अन्य धार्मिक आयोजन व विशेष रूप से महाकुंभ में रुड़की लक्सर मार्ग काफी उपयोगी साबित होता है। लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं का कहना है कि अगले तीन माह में अधिकतर मार्ग पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएंगे। बरसात से पहले ही सभी मार्ग चालू हो जाएंगे। वही हाईकोर्ट के सख्त निर्देश के बाद दिल्ली हरिद्वार फोर लेन में रुड़की बाईपास का निर्माण कार्य काफी तेजी से शुरू हो गया है। हाईकोर्ट ने रुड़की बाईपास का निर्माण 4 माह के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए हैं। वही यमुना नगर फोर लेन का रूड़की बाईपास का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। इस मार्ग के बनने से भी आवागमन में काफी सहूलियत होगी। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों की मानें तो महाकुंभ शुरू होने से पहले रुड़की यमुनानगर फोरलेन चालू कर दिया जाएगा। वहीसालियर से रुड़की तक की सड़क के चौड़ीकरण का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है। महाकुंभ से अन्य स्वीकृत कार्यों में भी कुछ दिनों से काफी तेजी आई है। वहीं लोक निर्माण विभाग सिंचाई विभाग, ग्रामीण अभियंत्रण सेवा व अन्य एजेंसियों ने संपर्क मार्गो को महाकुंभ की दृष्टि से दुरुस्त करने का काम भी तेज कर दिया है।