प्रदेश के मुखिया का चेहरा बदला, लेकिन सोच बदलने में विफल साबित हुई भाजपा: सरिता आर्य, महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फूंका सीएम तीरथ सिंह रावत का पुतला
हरिद्वार । महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने भगतसिंह चैक पर मुख्यमंत्री तीरथसिंह रावत द्वारा महिलाओं के कपड़ो पर दिए गए करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य ने कहा कि एक बार फिर भाजपा का असली चेहरा व महिलाओं के प्रति उनकी निम्न सोच प्रदेश की जनता के सामने आ गयी है। केंद्रीय नेतृत्व ने सिर्फ प्रदेश के मुखिया का चेहरा बदला है। लेकिन सोच बदलने में बिलकुल विफल साबित हुई है।जैसा अपमान पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक महिला शिक्षक का भरी सभा में किया था। उस परम्परा को आगे बढ़ाते हुए तीरथ सिंह रावत ने महिलाओं के पहवाने पर टिप्पणी कर अपनी घृणित सोच का परिचय दिया है। लेकिन उत्तराखंड की महिलाएं अपने हक के लिए लड़ना जानती है और समय आने पर प्रदेश भर में भाजपा को महिलाओं के प्रति दुर्वह्वार के विरोध का सामना करना पड़ेगा। महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष विमला पांडेय ने कहा कि पीएम मोदी एक तरफ कहते हैं कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ और दूसरी तरफ मुख्यमंत्री की महिलाओं के पहनावे के प्रति टिप्पणी से स्पष्ट हो गया है कि भाजपा में महिलाओं का सामान करना नही सिखाया जाता है। विमला पांडेय ने कहा कि इसी तरह का बयान भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने भी वरिष्ठ कांग्रेस नेता इंदिरा हृदयेश के बारे में दिया था। नवनियुक्त मुख्यमंत्री ने उसी परंपरा को आगे बढ़ाया है। लेकिन मुख्यमंत्री यह भूल गए हैं कि उत्तराखंड के निर्माण में महिलाओं की अहम भूमिका रही है और आने वाले चुनाव में ऐसे निंदनीय बयानों के विरोध का सामना मुख्यमंत्री के साथ पूरी भाजपा सरकार को करना पड़ेगा। महानगर अध्यक्ष अंजू मिश्रा व प्रदेश सचिव शशी झा ने संयुक्त रुप से कहा कि मुख्यमंत्री एक संवैधानिक पद पर हैं और जिस प्रकार अपनी विचारधारा का प्रवाह वह पूरे प्रदेश में करना चाहते है। यह विचारधारा प्रदेश की महिलाओं को स्वीकार्य नही है। इस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से महिला कांग्रेस प्रदेश की भाजपा सरकार को यह सन्देश देना चाहती है कि यदि भाजपा नेताओं ने महिलाओं के प्रति सोच नहीं बदली तो महिलाएं भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने का काम करेंगी। प्रदर्शन व पुतला दहन में प्रदेश सचिव गार्गी राय, जिला उपाध्यक्ष नीलम पांडेय, आशा बिष्ट, सुषमा सहगल, अंजू द्विवेदी, मालती प्रजापति, बबिता वर्मा, रेखा, सुनीता, रेखा मिश्रा, राखी, शिव दुलारी, बबिता डबराल, शांति, रूबी राय, सीता देवी आदि सहित दर्जनों महिला कार्यकर्ता शामिल रही।