तेजी से फैल रहा आई फ्लू का इंफेक्शन, घबराएं नहीं, जानिए इसके लक्षण और बचाव के तरीके
बरसात के मौसम में आंखों का इंफेक्शन तेजी से फैल रहा है। इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कंजंक्टिवाइटिस आंखों की एक बीमारी है, जिसे आंख आना,आंखों का गुलाबी होना या पिंक आई भी कहते हैं। आंखों के होने वाले इन्फेक्शन को आई फ्लू या कंजंक्टिवाइटिस कहते हैं। इसमें इंफेक्शन होने वाले व्यक्ति की आंखें लाल हो जाती है। इसके साथ ही आंखों से पानी निकलता रहता है और सूजन हो जाती है। जिस कारण आंखों से साफ नहीं दिखता।अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो आपको यह वायरस हो सकता है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति की आंखों से निकलने वाले आंसुओं के संपर्क में आने से संक्रमण बढ़ जाता है। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के खांसी के दौरान छींकने से भी संक्रमण फैल सकता है।
थोड़े-थोड़े समय पर अपने हाथों की सफाई करें.
आंखों को बार-बार न छुएं.
अपने आसपास सफाई रखें.
अपनी आंखों को समय-समय पर धोएं.
अगर बाहर जाना ज्यादा जरूरी है तो काला चश्मा पहन कर जाएं.
पीड़ित व्यक्ति से आई कांटेक्ट बनाने से बचें.
संक्रमित व्यक्त के बेड, तौलिया या कपड़े इस्तेमाल न करें
टीवी-मोबाइल से दूरी बनाए रखें.
थोड़ी-थोड़ी देर पर ठंडे पानी से आंख धोएं.
इसके अलावा गुलाब जल से आंख धोने से आंखों का इन्फेक्शन कम हो जाता है और आंखों की गंदगी हट जाती है.
आई फ्लू ठीक होने में 5 से 10 दिन का समय लग सकता है.
अगर आपको आंखो का इंफेक्शन हो जाए तो सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लें.
इसके बाद कहे अनुसार नियमित दवा लें.
अपनी उपयोग की चीजें, जैसे- तौलिया और रूमाल किसी के साथ शेयर न करें.
आंखों के इंफेक्शन होने पर चश्मे का प्रयोग करें, भूलकर भी लेंस न लगाएं.
इंफेक्शन होने के बाद घर पर ही रहें, अगर आप बाहर जाएंगे तो इससे इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाएगा.
आंखों में जलन और खुजली होने पर दवा डालें.
किसी भी तरह के साबुन से अपने चेहरे को न धोएं.
कभी भी हाथों से आंख को न रगड़ें
कभी भी बाहर से आने के बाद सबसे पहले अपना हाथ साफ करें, उसके बाद अपनी आंखों को साफ करें.
आई ड्रॉप डालने से पहले भी अपने हाथ को अच्छे से साफ कर लें.