धूमधाम से मनाई गई महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती, शहर विधायक प्रदीप बत्रा ने किया धर्मशाला में कराए गए नव निर्माण का उद्घाटन

रुडकी । आज आजाद नगर चौक स्थितमहात्मा ज्योतिबा फुले सैनी धर्मशाला की कार्यकारिणी की ओर से महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह 10:30 बजे धर्मशाला के सभाकक्ष में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता धर्मशाला के अध्यक्ष समय सिंह सैनी ने की तथा संचालन शिक्षक नेता तथा धर्मशाला समिति के महासचिव भोपाल सिंह सैनी द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रुड़की शहर विधायक प्रदीप बत्रा उपस्थित हुए तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में मंच पर पूर्व गृह राज्य मंत्री राम सिंह सैनी, डॉक्टर जयचंद सैनी , सतीश सर्राफ, डॉ श्याम सिंह नागयान, मुल्की राज सैनी, सतीश सैनी सर्राफ ,गन्ना समिति के चेयरमैन सुंदर सिंह सैनी, युवा कांग्रेस नेता आशीष सैनी एवं राजेंद्र चौधरी उपस्थित थे। आरंभ में सभी अतिथियों एवं आगंतुकों द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई उसके बाद विधायक प्रदीप बत्रा ने अपनी विधायक निधि से धर्मशाला में कराए गए नव निर्माण का उद्घाटन किया और धर्मशाला समिति तथा सैनी समाज को आश्वासन दिया कि धर्मशाला के कार्य में जब भी उनके सहयोग की जरूरत पड़ेगी तो वह सदैव तत्पर रहेंगे। इस अवसर पर विधायक प्रदीप बत्रा का आभार व्यक्त करते हुए समिति के महासचिव श्री भोपाल सिंह सैनी एवं अध्यक्ष श्री समय सिंह जी ने उन्हें नगर का गौरव बताया तथा कहा गया कि भविष्य में भी हम सब उनके सहयोग के आकांक्षी रहेंगे। कार्यक्रम में बोलते हुए डॉ जयचंद सैनी ने विस्तार से महात्मा ज्योतिबा फुले के जीवन परिचय को प्रस्तुत किया और बताया कि किस तरह उन्होंने सन 1842 में महाराष्ट्र में एक विद्यालय स्थापित कर दलितों, पिछड़ों ,महिलाओं और दबे कुचले लोगों को शिक्षा देने का कार्य विकट परिस्थितियों में आरंभ किया था। उन्होंने बताया कि इस कार्य में उनकी पत्नी तथा इस देश की प्रथम शिक्षिका माता सावित्रीबाई फुले ने भी उनका भरपूर सहयोग किया। अपने उद्बोधन में श्री राम सिंह सैनी जी ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले ने शोषित एवं वंचित लोगों के लिए ना केवल शिक्षा के द्वार को खोला बल्कि उन्होंने महिलाओं को शिक्षित कर समाज को नारी मुक्ति की दिशा में आगे बढ़ाया, उन्होंने विधवा विवाह तथा सती प्रथा का भी जोरदार विरोध किया। अपने संबोधन में श्री श्याम सिंह नागयान जी ने महात्मा ज्योतिबा फुले को एक महान शिक्षाविद एवं समाज सुधारक बताया और समाज को आवाहन किया कि वह शिक्षा को अपनाकर अपना भविष्य उज्जवल बनाएं। इस अवसर पर नगर के वरिष्ठ साहित्यकार श्री सौ सिंह सैनी ने महात्मा ज्योतिबा फुले के जीवन परिचय को अपनी एक कविता में पिरो कर प्रस्तुत किया जिसे सदन का भरपूर समर्थन मिला। नगर के वरिष्ठ साहित्यकार एवं सैनी धर्मशाला कार्यकारिणी के सदस्य श्री सुरेंद्र कुमार सैनी ने ज्योतिबा फुले के जीवन दर्शन को बताते हुए कहा कि ज्योतिबा फुले ने हमेशा पाखंड एवं अंधविश्वासों का विरोध करते हुए यह बताया कि हमें जगह-जगह स्कूल बनाकर शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए क्योंकि शिक्षित होने पर ही हम वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ सकते हैं। कार्यक्रम को जगपाल सिंह , सतीश सर्राफ, मुल्की राज सैनी ,प्रो.देवेन्द्र प्रताप सैनी, आशीष सैनी , सुंदर सिंह सैनी, सुभाष सैनी ,राकेश सैनी ,राजकुमार सैनी ,सुरेश चंद सैनी, करण सिंह सैनी एवं राजेंद्र चौधरीआदि ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में भारी संख्या में सर्व समाज के लोग उपस्थित हुए जिनमें मुख्य नाम इस प्रकार हैं सर्वश्री कुंवर पाल सिंह,विकास त्यागी, गजे सिंह, मेनपाल सिंह, जयपाल सिंह, राजेंद्र कुमार, चंद्र मोहन सैनी, भोपाल सिंह इंजीनियर, सुभाष सैनी पत्रकार, चमनलाल ठेकेदार ,हेम सिंह इंजीनियर, राजेश सैनी जिला अध्यक्ष माध्यमिक शिक्षक संघ, ओम प्रकाश, हरपाल सैनी, मदन पाल सैनी, धीर सिंह, प्रमोद कुमार सैनी, आदेश सैनी ,डॉक्टर जयपाल ,संजय बाजूहेड़ी, प्रधान जसपाल सिंह एवं फूल सिंह सैनी एसडीओ आदि मौजूद रहे।

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