प्रवासियों से होटलों का शुल्क लेने पर युवा कांग्रेस ने सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर किया प्रदर्शन, शुल्क माफ नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
हरिद्वार । युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर होटलों में क्वारंटाइन किए गए राज्य के प्रवासी मजदूरों से लिया जा रहा शुल्क माफ करने की मांग की है। कार्यकर्ताओं ने सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि शुल्क माफ नहीं किया तो युवा कांग्रेस उग्र आंदोलन को बाध्य होगी। युवा नेता वरूण बालियान ने कहा कि उत्तराखंड के प्रवासी मजदूरों को हरिद्वार के होटलों में क्वारंटाइन किया है। क्वारंटाइन किए जाने के दौरान मजदूरों को कहा था कि उनसे कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा। पर अब होटल मालिकों ने गरीब, असहाय मजदूरों से शुल्क देने को कहा है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मजदूरों से होटल में रहने का कोई शुल्क नहीं लिया जाए। वरना यूथ कांग्रेस आंदोलन को बाध्य होगी।कार्यकारी जिलाध्यक्ष रवि बहादुर का कहना है कि होटल में क्वारंटाइन किए गए मजदूरों से शुल्क मांगा जाना सरकार की नाकामी है। कहा कि क्वारंटाइन किए गए प्रवासियों द्वारा पहले निवेदन भी किया था कि बेरोजगार होने की वजह से वे होटलों का बिल चुकाने की स्थिति में नहीं हैं। इसलिए उन्हें होटलों में रखने के बजाए स्कूलों व सरकारी स्तर पर बनाए गए सेंटरों में क्वारंटाइन किया जाए। इसके बावजूद उन्हें होटलों में रखा गया और अब बिल देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। युवा कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष नितिन तेश्वर और आकाश भाटी ने कहा कि कोरोना संकट संभालने में नाकाम रही राज्य सरकार अब प्रवासियों के शोषण पर उतर आयी है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में विशाल राठौर, सुनील, शहाबुद्दीन अंसारी, पार्षद सोहेल अख्तर, विशाल राठौर, नकुल महेश्वरी, सुमित भाटिया, अमन गर्ग, राजीव भार्गव, अनिल भास्कर, नितिन कौशिक, भूपेंद्र आदि शामिल रहे।