भगवानपुर के युवा किसान ने प्रेम में असफल रहे खुद को मारी थी गोली, पिता ने ही बदनामी के डर से पुत्र के हाथ में मिला देसी तमंचा दूर फेंक दिया था
हरिद्वार । भगवानपुर क्षेत्र के गांव बालेकी यूसूफपुर के 22 वर्षीय युवा किसान विवेक की हत्या नहीं की गई थी बल्कि प्रेम में असफल रहने पर उसी ने ही खुद को ही गोली से उड़ाकर खुदकुशी की थी। सीआईयू रुड़की एवं भगवानपुर पुलिस की संयुक्त जांच में सामने आई प्रेमिका ने ही इसका सनसनीखेज खुलासा किया है।
एसएसपी अजय सिंह ने इस सनसनीखेज वारदात का सटीक खुलासा करने पर पुलिस टीम को दस हजार का नगद इनाम देने की घोषणा की है। रोशनाबाद में जिला पुलिस कार्यालय सभागार में संवादाताओं को जानकारी देते हुए एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि दस जनवरी को गांव बालेकी युसूफपुर में गन्ने के खेत में युवा किसान विवेक पुत्र अरविंद का खून से लथपथ शव मिला था। युवक के सिर में गोली मारी गई थी और घटनास्थल से चंद कदम की दूरी पर एक देसी तमंचा भी बरामद हुआ था।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मृतक के चाचा सुशील की शिकायत पर इस संबंध में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। सीआईयू एवं रुड़की पुलिस की जांच में सामने आया कि मृतक की तीन युवतियों से मोबाइल फोन पर अक्सर लंबी बातचीत होती थी।मोबाइल फोन की सीडीआर से यह बात सामने आने पर युवतियों से भी पूछताछ की गई, तब पता चला कि तीन में से एक युवती से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। वह उस युवती से शादी भी करना चाहता था, लेकिन प्रेमिका अपने परिजन की बिना रजामंदी के शादी करने को तैयार नहीं थी। कोर्ट मैरिज से प्रेमिका के दो टूक इंकार कर देने के बाद ही युवक ने आत्महत्या कर लेने की बात उसे कही थी।
प्रेम में असफल रहने पर ही उसने गन्ने के खेत में पहुंचकर खुद को गोली से उड़ा लिया था। बकौल एसएसपी कुछ समय पूर्व अपने भाई की मौत के बाद से ही युवक के पिता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। युवक के पिता ने ही बदनामी के डर से पुत्र के हाथ में मिला देसी तमंचा दूर फेंक दिया था। बताया कि बरामद देसी तमंचे को परीक्षण के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा। तीनों युवतियों ने इस संबंध में कोर्ट में भी अपने बयान दर्ज कराए हैं। इस दौरान एसपी देहात एसके सिंह, एसपी अपराध रेखा यादव, सीओ मंगलौर पंकज गैरोला, कोतवाली प्रभारी भगवानपुर राजीव रौथाणा मौजूद रहे।