रुड़की में युवक की मौत के मामले में बवाल, पुलिस पर पथराव, दो इंस्पेक्टर समेत कई घायल
रुड़की । युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद बवाल हो गया। पोस्टमार्टम के बाद शव को कोतवाली लेकर जाने से रोकने पर ग्रामीण भड़क गए और पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की कर दी। रुड़की सीओ पल्लवी त्यागी से भी हाथापाई की गई। किसी तरह पुलिस ने ग्रामीणों को उनके गांव की तरफ मोड़ दिया। लेकिन रास्ते में ग्रामीण भड़क गए और पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया।
जिससे मंगलौर कोतवाली प्रभारी मनोज मेनवाल और भगवानपुर थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव रौथाण समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। बवाल की सूचना पर एसएसपी अजय सिंह आला अधिकारी के साथ तुरंत रुड़की क्षेत्र पहुंचे।लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को देखते हुए पूरे जिले का पोस्ट रुड़की बुला लिया गया है। पुलिस के मुताबिक बेलड़ा गांव निवासी एक दलित युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। रुड़की सिविल अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि ग्रामीण सबको रुड़की सिविल लाइंस कोतवाली के बाहर रखकर विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं। जिस पर सीओ रुड़की पल्लवी त्यागी के नेतृत्व में पुलिस टीम रुड़की नगर निगम के आसपास मुस्तैद हो गई। ग्रामीणों ने शव लेकर कोतवाली की तरफ जाने का प्रयास किया। पुलिस के रोकने पर उन्होंने हाथापाई करते हुए हंगामा कर दिया। ऐसा बताया गया है कि सीओ के साथ भी हाथापाई हुई है। जिस पर एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह भी मौके पर पहुंच गए और रास्ते में जाम लगाने की आशंका पर पुलिस बल को हाईवे पर जगह-जगह तैनात कर दिया। रुड़की से गांव जाने के दौरान ग्रामीणों ने गुस्से में पुलिस पर पथराव कर दिया। जिससे हंगामा बढ़कर बवाल में तब्दील हो गया। सूचना पर एसएसपी अजय सिंह फौरन एसपी क्राइम रेखा यादव सहित आला अधिकारियों के साथ रुड़की निकल गए और मौके पर पहुंचकर ला एंड आर्डर की कमान संभाली। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले भर से थाना कोतवाली की पुलिस को बेलड़ा गांव बुलाया गया है। एसएसपी ने सभी से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वही ग्रामीणों का कहना है कि पंकज रुड़की में मित्तल टेंट हाउस के यहां काम करता है। सोमवार की रात को ही वह बाइक से अपने काम करके गांव जा रहा था। इस दौरान रास्ते में कुछ लोगों ने गोबर से लदी ट्रैक्टर ट्राली खड़ी कर रखी थी, इसे हटाने को लेकर जब कहा गया तो उस पर सरियों से हमला कर दिया। जिसमें उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि हत्या को हादसा दिखाने का प्रयास किया गया और बाइक पर ट्रैक्टर ट्राली चढ़ाई गयी। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीण हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग करते रहे। ग्रामीणों कहना है की इसके पीछे गांव के कुछ दबंग लोग हैं।