मदरहुड विश्वविद्यालय रुड़की में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का समापन

रुड़की । मदरहुड विश्वविद्यालय रुड़की के वाणिज्य और व्यवसाय अध्ययन संकाय द्वारा “रचनात्मकता, नवाचार और अनुसंधान जगत में प्रगति: एक बेहतर भविष्य के लिए मार्ग” विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का समापन 4 जनवरी 2025 को हुआ।

समापन सत्र में मुख्य वक्ता प्रो. डॉ. आर. रामाचंद्रन, अन्नामलाई विश्वविद्यालय, तमिलनाडु, ने व्यापार परिवर्तन और स्थिरता पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे अनुसंधान व्यापार जगत को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक है। उनके अनुसार, अनुसंधान न केवल व्यापार को नए आयाम देता है बल्कि इसे अधिक स्थिर और टिकाऊ बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

डॉ. अंकित कटरोडिया, नॉर्थवेस्ट यूनिवर्सिटी, दक्षिण अफ्रीका, ने 21वीं सदी में शिक्षा प्रबंधन में अनुसंधान की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे अनुसंधान ने शिक्षा क्षेत्र में नई दिशाएं दी हैं और इसे अधिक प्रभावी और प्रगतिशील बनाया है।
मुख्य संरक्षक और मदरहुड विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. डॉ. नरेंद्र शर्मा ने आयोजन टीम को सफलतापूर्वक सम्मेलन आयोजित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के सम्मेलन न केवल शोधार्थियों बल्कि संकाय सदस्यों के लिए भी वैश्विक स्तर पर नई अनुसंधान नींव को समझने का अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय की भविष्य में भी इस प्रकार के सम्मेलन आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई।
सम्मेलन के संरक्षक और वाणिज्य और व्यवसाय अध्ययन संकाय के डीन प्रो. डॉ. पी.के. अग्रवाल ने कहा कि इस प्रकार के सम्मेलन शोधकर्ताओं को नई तकनीकों और विचारों से परिचित कराने में मदद करते हैं। उन्होंने बताया कि यह सम्मेलन शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं और विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं को एक ही मंच पर लाकर उनके ज्ञान को साझा करने का एक आदर्श स्थान है।
सम्मेलन के संयोजक डॉ. स्नेहाशीष भारद्वाज और मिस मधु रानी ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सम्मेलन की सफलता सभी के सहयोग और भागीदारी से संभव हुई है।
दो दिवसीय इस सम्मेलन में कुल 117 शोध-पत्र प्रस्तुत किए गए, जिनमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस दौरान पांच तकनीकी सत्र आयोजित किए गए, जहां शोधकर्ताओं ने अपने विचार और अनुसंधान प्रस्तुत किए।
सम्मेलन ने सभी प्रतिभागियों को अनुसंधान के नए दृष्टिकोण और तकनीकों से परिचित होने का अवसर प्रदान किया। यह सम्मेलन न केवल एक ज्ञानवर्धक कार्यक्रम था बल्कि शोध और शिक्षा के क्षेत्र में नई संभावनाओं को प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुआ। सम्मेलन में विश्वविद्यालय के शिक्षक, छात्र, शोधकर्ता और अन्य प्रमुख अतिथि उपस्थित रहे। यह सम्मेलन मदरहुड विश्वविद्यालय की अनुसंधान और नवाचार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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