हरिद्वार में फंसे पश्चिम बंगाल के कई यात्रियों ने विष्णु घाट पर किया प्रदर्शन, सरकार से की घर वापसी की मांग
हरिद्वार । हरिद्वार में फंसे पश्चिम बंगाल के कई यात्रियों ने बुधवार को विष्णु घाट पहुंचकर नारेबाजी कर केंद्र सरकार व पश्चिमी बंगाल सरकार से घर वापसी की मांग की। इन यात्रियों का कहना है कि उनके पास अब पैसा भी नहीं बचा है। बुजुर्गों के लिए दवाई और बच्चों के लिए दूध नहीं है। पश्चिमी बंगाल के नेता उनके फोन तक नहीं उठा रहे हैं। इन यात्रियों ने कहा कि उत्तराखंड सरकार और स्थानीय होटल मालिकों ने उन्हें अपना पूरा सहयोग दिया लेकिन अब समय बहुत ज्यादा हो गया है। मोदी सरकार को उनकी घर वापसी को लेकर जल्द ही कोई निर्णय लेना होगा। बाद में होटल एसोसिएशन के कई पदाधिकारी और होटल मालिक भी इन यात्रियों की पीड़ा जानने विष्णुघाट पहुंचे। नारे लगाने वालों में अन्य राज्यों के भी कुछ लोग शामिल दिखे। नारे लगाने के दौरान यात्री इतने भावुक हो गए कि उनकी आंखें भर आईं। मीडिया से बोले कि कुछ करो आप लोग जो हम लोग अपने घरों को लौट सकें। अब तो आंखों से नींद भी उड़ गई है। हाल ही में प्रशासन ने पश्चिमी बंगाल के 465 लोगों की सूची तैयार की है। नारे लगाने वालों में प्रवीण राय ने कहा कि 26 मार्च से वे हरिद्वार में फंसे हुए हैं। उन्हें यहां से घर भेजने को लेकर कोई कुछ नहीं कर रहा है। सभी लोग मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं। सिलीगुड़ी दार्जिलिंग से आए कृष्णा श्रीधर ने कहा कि वे 17 मार्च से परिवार के सदस्यों के साथ फंसे हुए हैं। पश्चिम बंगाल और केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही है। जैसे भी हो हमकों यहां से निकालो।