पुलिस की सख्ती के कारण तीर्थ पुरोहित समेत कई हजारों लोग नहीं कर पाए गंगा स्नान, किसी को भी हरकी पैड़ी जाने की अनुमति नहीं दी गई
हरिद्वार । पुलिस की सख्ती के कारण पहली बार तीर्थ पुरोहित और हरिद्वार के लोग गंगा सप्तमी पर हरकी पैड़ी में गंगा स्नान नहीं कर पाए। किसी को भी हरकी पैड़ी जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। पुलिस ने पूरी तरह हरकी पैड़ी को सुबह पांच बजे से दोपहर एक बजे तक के लिए सील किया था। यह पहला मौका था जब गंगा सप्तमी पर हरकी पैड़ी सील की गई और तीर्थ पुरोहितों को भी गंगा स्नान नहीं करने दिया। अंत में कुछ लोगों ने चोरी छिपे अपने घरों के आसपास गंगा घाटों में गंगा स्नान किया। माना जाता है कि मां गंगा का जन्म ब्रह्मलोक में गंगा सप्तमी के दिन हुआ था। लॉकडाउन के कारण इस साल गंगा सप्तमी पर हरकी पैड़ी पर सन्नाटा रहा। पुलिस ने हरकी पैड़ी को पूरी तरह सील किया हुआ था। भीमगोड़ा से लेकर कोतवाली नगर के पास लगे बैरिकेड से किसी को भी एंट्री नहीं दी गई। केवल मात्र स्टाफ के लोगों को ही आने जाने दिया गया। गुरुवार सुबह तीर्थ पुरोहित अपने परिवार के साथ स्नान करने हरकी पैड़ी जाने लगे। लेकिन पुलिस ने बीच से ही सभी को वापस लौटा दिया। कई लोगों ने पुलिस से बहस भी की। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, सीओ सिटी अभय सिंह, नगर कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी सुबह छह बजे से हरकी पैड़ी पर तैनात रहे। एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस लगातार एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय से अपडेट लेते रहे। सुबह मां गंगा की आरती में पुलिस शामिल हुई।