प्राकृतिक खेती के तत्वों को गन्ना खेती में समायोजित करें: गन्ना अधिकारी
रुड़की । ग्राम कगवाली में गन्ना विकास विभाग के तत्वाधान में गन्ना विकास परिषद लिब्बरहेड़ी एवं उत्तम चीनी मिल लिब्बरहेड़ी की सहभागिता से एक कृषक चौपाल का आयोजन किया गया। जिसमें गन्ने की प्राकृतिक खेती के तत्वों के समायोजन, समेकित फसल प्रबंधन, एकीकृत कीट एवम रोग प्रबंधन जैसे विषयों पर चर्चा की गई। चौपाल में ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक युवराज सिंह द्वारा अधिक गन्ना उत्पादन के लिए मृदा स्वास्थ की अहमियत पर प्रकाश डाला तथा मृदा स्वास्थ के सुधार के लिए ऑर्गेनिक मैटर में वृद्धि के साथ मृदा परीक्षण उपरांत ही उर्वरक उपयोग करने के लिए जागरूक किया।
कार्यक्रम में सहायक प्रचार प्रभारी रीना नौलिया ने जीवामृत बनाने की विधि का प्रदर्शन किया। साथ ही प्राकृतिक खेती के तत्वों का गन्ना खेती में समायोजन लिए कृषकों को प्रेरित किया। उत्तम मिल चीनी प्रबंधन से आए श्री सुशील ने कृषकों को गन्ने फसल का समेकित प्रबंधन करने के लिए जागरूक किया। एवम लाल सड़न से ग्रसित गन्ना प्रजाति CO-238 के फसल आच्छादन को कम करने के लिए मांग की। साथ ही मिल द्वारा उपलब्ध विभिन्न सुविधाओ जैसे ट्रेंच ओपनर, रेटून मैनेजर की उपलब्धता के बारे में कृषकों को अवगत कराया।कृषकों द्वारा विभाग एवम मिल द्वारा उपलब्ध सुविधाओं के बारे में उत्सुकता प्रदर्शित की। चौपाल चर्चा के दौरान प्रचार प्रभारी शुभम सती, गन्ना निरीक्षक शीशपाल, सर्कल सुपरवाइजर मामराज पंवार, मिल पर्यवेक्षक दीपक, प्रमेंद्र एवं कृषक रोहित, नरेश, दिनेश, पहन सिंह पुरन सिंह आदि मौजूद रहे।