दो युवतियों को मसूरी ले जा रहे हरिद्वार के पति-पत्नी गिरफ्तार, व्हाट्सएप ग्रुप पर चलाते थे धंधा
देहरादून । देहरादून पुलिस ने देह व्यापार चलाने के आरोप में पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है। ये दोनों दो युवतियों को कार से मसूरी ले जा रहे थे। पुलिस ने इन दोनों युवतियों को मुक्त कराने के बाद नारी निकेतन भेज दिया है। दंपती व्हाट्सएप और अन्य दूसरे मोबाइल एप के जरिए इस धंधे को चला रहा था। उनका संपर्क देश के कई हिस्सों की युवतियों और महिलाओं से था, जिनके बारे में पुलिस जांच कर रही है।
एसओ राजपुर जितेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के प्रभारी मनमोहन सिंह नेगी सूचना मिली थी कि एक कार से कुछ युवतियों को देह व्यापार के लिए मसूरी ले जाया जा रहा है। इस पर यूनिट ने स्थानीय पुलिस को साथ लेकर कुठाल गेट पर चेकिंग शुरू की। यहां पर हरिद्वार नंबर की एक कार को रोका गया। कार चला रहे व्यक्ति ने अपना नाम संदीप अग्रवाल निवासी रानीपुर मोड़, हरिद्वार बताया। अगली सीट पर उसके साथ बैठी महिला उसकी पत्नी सपना अग्रवाल थी। कार की पिछली सीट पर दो युवतियां बैठी हुई थीं। ये युवतियां दिल्ली और बिजनौर की रहने वाली थीं। युवतियों ने पुलिस को बताया कि वह बेहद निर्धन परिवार से ताल्लुक रखती हैं। पिछले दिनों अग्रवाल दंपती से उनका संपर्क हुआ था। वह दोनों इनके साथ यहां तक आ गईं। ये दोनों इन युवतियों को मसूरी ले जाने वाले थे। एसओ ने बताया कि अग्रवाल दंपती के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दोनों युवतियों को रेस्क्यू कर नारी निकेतन भिजवाया गया है। दंपती के इस धंधे में एक स्थानीय व्यक्ति भी साथ देता था। पुलिस उसकी भूमिका की जांच कर रही है। पता चला है कि वह यह धंधा व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से चलाते थे। उनके फोन में एक ग्रुप बना है, जिसमें 100 से ज्यादा मोबाइल नंबर जुड़े हैं। इस ग्रुप पर युवतियों के फोटो भेजे जाते थे। इसके बाद तीन से छह हजार रुपये लेकर युवतियों को लोगों के पास भेजा जाता था। एक मोबाइल एप के बारे में भी पुलिस को पता चला है। जल्द ही अन्य लोगों को भी गिरफ्तार करने की बात पुलिस कर रही है।