शरीर में दिख रहे हैं ये लक्षण तो तुंरत जाए अस्पताल, हो सकती है दिल की नसों में ब्लॉकेज की समस्या

आज के समय में खराब लाइफस्टाइल और उसपर अधिक ऑयली या पैक्ड फूड यानी अनहेल्दी खानपान के चलते लोग तेजी से गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। इनमें भी दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा अधिक देखने को मिलता है। यही वजह है कि बीते कुछ समय से कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक से हुई मौत के मामलों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। हार्ट अटैक एक मेडिकल इमरजेंसी होती है, जिसमें लोगों को तुरंत मदद ना मिलने पर मौत के चांसेस बढ़ जाते हैं। वहीं, हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण दिल की नसों में ब्लॉकेज माना जाता है, जिसे एट्रियोवेंट्रिकुलर ब्लॉक या कंडक्शन डिसऑर्डर के नाम से भी जाता है।बता दें कि इस तरह की समस्या होने पर हार्ट के इलेक्ट्रिकल सिस्टम में खराबी आने लगती है। इसका असर व्यक्ति की हृदय की नसों में ब्लड सर्कुलेशन पर पड़ता है, हृदय रक्त को सही तरीके से पंप नहीं कर पाता है, जो जानलेवा साबित होता है। हालांकि, एक अच्छी बात यह है कि दिल की नसों में ब्लॉकेज होने पर शरीर में कुछ लक्षण नजर आने लगते हैं। ऐसे में इन लक्षणों की अगर सही समय पर पहचान कर ली जाए, तो समय रहते सही इलाज की मदद से हार्ट अटैक के खतरे का टाला जा सकता है। इसी कड़ी में इस लेख में हम आपको हार्ट ब्लॉकेज के 5 शुरूआती लक्षणों के बारे में बता रहे हैं।

बिना वजह छाती या सीने में दर्द

अगर आपको बिना किसी चोट के समय-समय पर छाती या सीने में दर्द या तेज जलन जैसा महसूस हो रहा है, तो ये नस ब्लॉक होने का सबसे शुरुआती लक्षण हो सकता है। ऐसा होने पर बिना देरी किए अपनी जांच जरूर कराएं।

हर वक्त थकान रहना

थकान और नींद में गड़बड़ी एक आम बात है। हालांकि, अगर भरपूर नींद लेने या ठीक तरह से आराम करने के बाद भी आपको रोजमर्रा के कामों को करने में अधिक थकान होती है, तो इसपर एक बार हेल्थ एक्सपर्ट्स की राय जरूर लें। जब हार्ट ब्लॉकेज होती है, तो आपको गंभीर थकान से गुजरना पड़ सकता है।

बार-बार चक्कर या बेहोशी आना

हार्ट की नसें ब्लॉक होने पर चक्कर आने की समस्या भी आम है। वहीं, अगर आपको चक्कर के साथ बेहोशी आती है, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। ऐसा होना दिल के लिए खतरे की घंटी है।

सांस लेने में तकलीफ होना

नसें ब्लॉक होने पर सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। ब्लड फ्लो कम होने पर शरीर में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है, जिससे आपको सांस लेने में अधिक दम लगाना पड़ता है। ऐसा होना भी अच्छा संकेत नहीं है।

चिपचिपाहट वाला पसीना आना

इन सब के अलावा अगर आपको जरूरत से ज्यादा पसीना आ रहा है या ये पसीना चिपचिपाहट भरा है, तो ये भी नसों में ब्लॉकेज होने की ओर इशारा हो सकता है। दरअसल, नसों का ब्लॉकेज होने के कारण हार्ट को ब्लड पंप करने के लिए अधिक मशक्कत करनी पड़ती है। दिल पर पड़ने वाले इस दबाव और शरीर के तापमान को कम रखने की कोशिश में अधिक पसीना निकलने लगता है। ऐसे में अगर आपको भी बिना वजह अचानक अधिक पसीना आ रहा है, तो इसे सामान्य समझने की गलती बिल्कुल ना करें। ऐसी सिचुएशन में बिना देरी किए तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

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