कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने उद्यान विभाग के आउटलेट सेंटर में मारा छापा, केंद्र में मटर के बीज की गुणवत्ता सही नहीं मिलने पर आउटलेट को कर दिया सील
नैनीताल । कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बृहस्पतिवार शाम छह बजे भीमताल में उद्यान विभाग के आउटलेट सेंटर में छापा मारा। केंद्र में मटर के बीज की गुणवत्ता सही नहीं मिलने पर उन्होंने आउटलेट को सील कर दिया। कमिश्नर को मटर के बीज में कई कमियां मिली हैं। इस दौरान उद्यान अधिकारी कमिश्नर के सवालों के स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए। कमिश्नर रावत ने उद्यान विभाग और भेषज विभाग के अधिकारियों को मटर के बीज खरीदने के पूरे दस्तावेज प्रस्तुत करने के साथ बीज वितरक की विस्तृत जानकारी देने के निर्देश दिए हैं। आयुक्त दीपक रावत ने बताया कि उन्हें ऊधमसिंहनगर से संबंधित एक गोपनीय जानकारी मिली थी कि उद्यान विभाग के ओर से भेषज विभाग को मटर के बीज को लेकर वर्कऑडर दिया गया था। भेषज विभाग ने मटर बीज की सप्लाई रुद्रपुर के एक डिलर को दे दी। डीलर ने उत्तर प्रदेश के उरई से मटर का बीज मंगाकर भेषज विभाग को दिया। भेषज विभाग ने ऊधमसिंह नगर और नैनीताल जनपद में उद्यान विभाग को यह बीज भिजवा दिया। उन्होंने कहा कि विभाग को मटर के बीज की 20-20 किलो में सप्लाई करनी थी लेकिन जनपद में 40 किलो के बैग में मटर के बीज की सप्लाई की गई। वहीं ऊधमसिंहनगर में 20-20 किलो के बैग में सप्लाई की गई है।
कमिश्नर ने कहा कि जब ऊधमसिंहनगर में 20 किलो के बैग में सप्लाई की गई तो नैनीताल जनपद में 40 किलो के बैग में सप्लाई क्यों की गई। आयुक्त रावत ने बताया कि मटर के बैग में वर्ष 2023 लिखा हुआ है। बैग में लगा बारकोड स्कैन नहीं हो रहा था। साथ ही बीज प्रमाणीकरण भी सही नहीं पाया गया। कमिश्नर ने कहा कि किसानों को मटर का बीज गलत गुणवत्ता का नहीं दिया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने भी कहा है कि किसानों के साथ किसी तरह का खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है। इसके बाद उन्होंने उद्यान विभाग के आउटलेट सेंटर को सील कर दिया। कमिश्नर ने कहा कि जब तक मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक केंद्र सील रहेगा।