डायबिटीज कितना भी गंभीर क्यों न हो, इंसुलिन की तरह काम करेंगे ये 3 दुर्लभ पत्ते, चबाते ही सूख जाएगी शुगर

डायबिटीज की बीमारी तेजी से अपने देश में फैलती जा रही है, करीब 8 करोड़ लोग वर्तमान में भारत में डायबिटीज का शिकार हैं। आंकड़ों के मुताबिक भारत डायबेटिक कैपिटल ऑफ वर्ल्ड बन गया है। डायबिटीज तब होता है जब खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। दरअसल, जब हम कुछ खाते हैं तो उस भोजन में से ग्लूकोज निकलता है। इस ग्लूकोज को इंसुलिन नाम का हार्मोन एनर्जी में बदल देता है, लेकिन इस बीमारी में इंसुलिन या तो कम बनता है या बनता ही नहीं है।

इंसुलिन के अभाव में ग्लूकोज का अवशोषण नहीं हो पाता है और यह ग्लूकोज खून में तैरता रहता है जिससे काफी नुकसान होता है। डायबिटीज की बीमारी एक तरह से साइलेंट किलर है जो धीरे-धीरे दिल, गुर्दे और नसों को खोखला करने लगती है। चूंकि डायबिटीज शिथिल लाइफस्टाइल और गलत खान-पान की वजह से हो सकती है, इसलिए डायबिटीज को इन्हीं चीजों से ठीक किया जाता है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए कुछ आयुर्वेदिक हर्ब्स कमाल का काम करते हैं। यहां हम कुछ ऐसे हर्ब्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं जो इंसुलिन की तरह काम करते है और इसे विज्ञान ने भी प्रमाणित किया है।

1.अंजीर के पत्ते

ब्रिटिश अखबर एक्सप्रेस ने एक्सपर्ट के हवाले से बताया कि अंजीर के पत्ते ब्लड शुगर को कम करने का कुदरती तरीका हो सकते है। इससे डायबिटीज को तेजी से कंट्रोल किया जा सकता है। नेचर क्योर की लेखिका नेट हावेस बताती हैं कि रोजाना अंजीर के पत्तों को चबाने से ब्लड शुगर तेजी से घट जाएगा। उन्होंने कहा कि डायबिटीज के मरीजों को रोजाना सुबह खाली पेट अंजीर के पत्तों को या तो चबाकर या चाय बनाकर पीनी चाहिए।

डायबेटिक रिसर्च एंड क्लिनकल प्रैक्टिस जर्नल में छपी इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जिन लोगों को रोजाना इंसुलिन लेना पड़ता है अगर वह भी अंजीर के पत्ते का सेवन करें तो उन्हें इंसुलिन लेने की जरूरत कम पड़ेगी। चार अंजीर के पत्ते को चाय की तरह बना के पीने से शुगर कम हो सकती है।

2.भृगुराज के पत्ते

भृगुराज के तेल को लोग आमतौर पर बालों को मजबूत बनाने के लिए करते हैं, लेकिन भृगुराज के पत्ते ब्लड शुगर को भी कम कर सकते हैं। एनसीबीआई यानी अमेरिकी नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन की एक रिसर्च में कहा गया है कि भृगुराज की पत्तियां एंटी-डायबेटिक होती है। रिपोर्ट के मुताबिक भृगुराज में हाइपोग्लासेमिक गुण है, यानी यह ब्लड शुगर को कम करने की क्षमता रखता है। भृगुराज के पत्तों को सुबह खाली पेट खाने से इंसुलिन का प्रोडक्शन बढ़ता है जो शुगर को तेजी से अवशोषित कर लेता है। इस तरह आप भृगुराज के पत्तों को सुबह चाय की तरह बनाके भी पी सकते हैं।

3.नीलगिरी के पत्ते

नीलगिरी या यूक्लिप्टस बहुत लंबा और सीधा पेड़ है। यह बहुत सफेद होता है इसलिए इसे सफेदा भी कहा जाता है। इसकी पत्तियां बहुत गुणकारी है, इसे नीलगिरी का पेड़ भी कहा जाता है। नीलगिरी के पत्तों में एंटी-डायबेटिक गुण होते हैं। एनसीबीआई के मुताबिक नीलगिरी के पत्तों में ग्लाइकोसाइड्स, अल्कालॉयड, फ्लेवेनोएड्स, टरपेनोएड्स, केरेटेनोएड्स जैसे कंपाउड पाए जाते हैं जो पैंक्रियाज के बीटा सेल्स को सक्रिय करते हैं। बीटा सेल्स के सक्रिय होने से इंसुलिन का प्रोडक्शन बढ़ने लगता है जिसके बाद ब्लड शुगर तेजी से घटने लगता है। यूक्लिप्टस के पत्तों का सुबह-सुबह सेवन ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में रामवाण साबित हो सकता है।

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