लक्सर पुलिस ने नौकरी के नाम पर ठगने वाले तीन को जेल भेजा, गिरोह के सरगना सहित दो लोगों को पहले ही भेजा जा चुका हैं जेल
रुड़की । नौकरी दिलाने का झांसा देकर बेरोजगार युवकों को ठगने वाले गिरोह के तीन और सदस्यों को लक्सर पुलिस ने दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। रविवार को उन्हें विशेष रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। इस गिरोह के सरगना सहित दो लोगों को पहले ही जेल भेजा जा चुका हैं।एसपी देहात एसके सिंह ने रविवार को कोतवाली में प्रेस वार्ता की। बताया कि हबीबपुर कुड़ी के रजवंत से रायबरेली (उत्तर प्रदेश) के हरचंदपुर निवासी विपिन पुत्र रामचंद्र ने हरिद्वार सिडकुल की बड़ी कंपनी में सुपरवाइजर की नौकरी दिलाने के लिए 20 हजार रुपये लिए थे। पर उसे न नौकरी दिलाई, न ही पैसे लौटाए। रजवंत की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच की। पता चला कि विपिन का पूरा गिरोह है। हरिद्वार व देहरादून में उनके कई प्लेसमेंट कार्यालय हैं। जबकि विपिन खुद सहारनपुर के जनकपुरी में मेन ऑफिस में बैठता है। सभी जगह इसी तर्ज पर बेरोजगारों को ठगा जा रहा है। इस पर पुलिस ने विपिन व उसके साथी साकिब पुत्र अजीम निवासी अंबेहटा सहारनपुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उन्होंने बताया कि कोतवाल अमरजीत सिंह, एसएसआई अंकुर शर्मा, एसआई मनोज नौटियाल, अमित नौटियाल और सिपाही प्रभाकर, देवेंद्र, अनिल की टीम ने बीती रात छापेमारी कर इसी मामले में फरार चल रहे सहारनपुर (यूपी) के अंबेहटा निवासी मुर्तजा पुत्र शौकत हुसैन, इस्लाम नगर रामपुर मनिहारान के शोएब पुत्र शमीम, कांधला (शामली) के शौकीन उर्फ काना को भी पुलिस ने बीती रात दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से लैपटॉप, स्कैनर के अलावा कई कंपनियों के फर्जी नियुक्ति पत्र, सैकड़ों युवकों के शैक्षिक प्रमाणपत्र भी बरामद किए गए हैं। रिमांड मजिस्ट्रेट के आदेश पर तीनों को जेल भेज दिया गया है। प्रेस वार्ता में सीओ विवेक कुमार व पथरी एसओ पवन डिमरी भी मौजूद थे।