महाकुंभ में गंगा की स्वच्छता का सभी रखें ध्यान, मां गंगा को निर्मल बनाना परम कर्तव्य, स्पर्श गंगा द्वारा कुंभ और गंगा विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया
हरिद्वार । स्पर्श गंगा कार्यालय में मकर सक्रांति के साथ शुरू होने वाले भव्य कुंभ मेले को ध्यान में रखते हुए कुंभ और गंगा विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ इस गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफ़ेसर डॉ दिनेश शास्त्री जी ने कुम्भ को ग्रहों की चाल से जोड़ते हुए श्रोताओं को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने माँ गंगा के अस्तित्व पर मंडरा रहे ख़तरों की ओर भी घ्यान आकर्षित करते हुए कहा कि हरिद्वार के सभी होटल ,धर्मशालाएं, आश्रम अपना वेस्ट गंगा में बहाकर नर्क के भागी बन रहे हैं। उन्होंने गोष्ठी में अपने विचार रखते हुए कहा कि जिस प्रकार गंगा अनेकों बाधाओं को पार करते हुए भी अपनी अविरल धारा के साथ बहती है। माँ गंगा के इस स्वभाव से मानव मात्र को सीख लेते हुए अपने जीवन में सैकड़ों बाधाओं के होते हुए भी कभी निराश ना होते हुए निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि हर बारह वर्ष में आने वाला यह कुंभ केवल मेला नहीं अपितु अनेकों संस्कृतियों का चार माह तक चलने वाला पवित्र सम्मेलन है। गोष्ठी में मध्यप्रदेश से आये एक प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया । प्रतिनिधिमंडल में नरेन्द्र मोदी विचार मंच की उपाध्यक्ष(महिला शाखा)गौरी सूर्यवंशी को स्पर्श गंगा का मध्यप्रदेश प्रभारी नियुक्त किया गया। उन्होंने कहा कि ईश्वर ने जब जब धरती पर मानव कल्याण के लिए अवतार लिया है उनको भी मां गंगा की सहायता की आवश्यकता पड़ी है। जब भगवान विष्णु इस धरती पर श्री राम के रूप में अवतरित हुए तो उन्होंने भी मां गंगा के चरणो में वंदना करके ही अपने अवतार लेने के प्रयोजन को पूरा किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेश लखेड़ा ने की।गोष्ठी का संचालन रीमा गुप्ता ने किया ।कार्यक्रम में रीता चमोली ,विमला धौंधियाल, मन्नू रावत,रजनीश सहगल,सुरेश शाह,गिरिधर प्रजापति, करण पंडित,घनश्याम साहू,रामराव साहू,ग्यारसी साहू ,अंजनी प्रजापति, सुरेखा साहू, लीलावती गुसाईं, विवेक कुमार,शैलेन्द्र, सचिन आदि सम्मिलित हुए।