यह पेड़ 12 साल में बना सकता है करोड़पति, कई गुणों से है भरपूर, मच्छरों को भी भगाता है दूर
भारत कृषि प्रधान देश है, यह हम सब जानते हैं। बीच में एक समय ऐसा आया था जब लोग इससे अपना रुख मोड़ रहे थे लेकिन अब एक बार फिर लोगों का खेती की तरफ रुझान बढ़ रहा है, खासकर यूथ में ऐसे कई उदाहरण आपने सुने होंगे, जिनमें यूथ ने लाखों रुपये की नौकरी छोड़कर खेती का स्टार्टअप शुरू किया है। इसके तहत अब ऐसी फसलें, पेड़ और पौधों को उगाया जा रहा है जिनमें मोटा मुनाफा मिलता है। ऐसा ही एक कमाल का पेड़ है महोगनी, जिसमें काफी प्रॉफिट मिल रहा है। इस पेड़ में बहुत कुछ खास है और इसके बारे में सभी लोग नहीं जानते हैं।
हजारों में है इस लकड़ी की कीमत
महोगनी के पेड़ की लकड़ी भूरे रंग की होती है। इसकी लकड़ी और पत्तियां बाजार में बहुत महंगी बिकती हैं। इसकी मांग भी बाजार में काफी है। इसकी वजह से इसे उगाने वाले मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। यह प्रॉफिट करोड़ों रुपये तक का है। जानकार बताते हैं कि यह पेड़ उपजाऊ मिट्टी और अच्छी जल निकासी वाली जगह पर तेजी से विकसित होता है। आमतौर पर महोगनी का एक पेड़ सही आकार में 12 साल में खड़ा होता है। 12 साल बाद इस पेड़ की लकड़ी यूज करने लायक होती है। बाजार में इसकी लकड़ी की कीमत एक हजार रुपये प्रति किलो तक कभी भी रहती है। वहीं बात थोक की करें तो इस लकड़ी की कीमत 2,000 से 2,200 रुपये प्रति क्यूबिक फीट के बीच में रहती है। अगर इसे कोई सही मात्रा में लगाता है तो आसानी से 12 साल में करोड़पति बन सकता है।
ये है लकड़ी की खासियत
इस पेड़ की लकड़ी की सबसे बड़ी खासियत है कि यह जल्दी खराब नहीं होती है। इसी वजह से इसकी मांग बाजार में अधिक है। इस लकड़ी से जहाज, गहने और प्लाईवुड जैसे महंगे सामान तैयार किए जाते हैं। आजकल घरों के लिए कई फर्नीचर भी इस पेड़ की लकड़ी से ही बनाए जाते हैं। पिछले कुछ साल में इस पेड़ को लगाने वालों की संख्या बढ़ी है।
मच्छरों से भी करता है मुकाबला
ऊपर हमने आपको इस पेड़ की लकड़ी के यूज के बारे में बताया। इन सबसे अलग इस पेड़ की एक और खासियत है और यह स्वास्थ्य से जुड़ी हुई है। दरअसल, यह पेड़ मच्छरों को दूर भगाता है। महोगनी के पेड़ के आसपास मच्छर और कीड़े नहीं भटकते। इस पेड़ की पत्तियों और बीजों का यूज मच्छर भगाने और कीटनाशक बनाने के लिए भी किया जाता है। इसके अलावा इसकी पत्तियों और बीजों से बने तेल का यूज साबुन, पेंट, वार्निश और कई तरह की दवाइयां बनाने में भी होता है।