केंचुआ खाद तैयार कर रहा यह किसान, हर महीने कमाता है डेढ़ लाख रुपए, यूट्यूब चैनल से मिला आइडिया
Organic Farming Profit: देश और प्रदेशों की सरकार ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा दे रही है। सरकार की इस मुहिम को बढ़ावा देने के लिए जागरूक किसान अब आगे आकर खेती की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है।हरियाणा के रेवाड़ी के गांव नांगल मूंदी का किसान भी पिछले दो वर्षों से ऑर्गेनिक खेती के लिए केंचुआ खाद तैयार कर देश के कई राज्यों को भेज रहा है। हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात व हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों में होने वाली सप्लाई के साथ ही दूर-दूर से किसान केंचुआ खाद बनाने का प्रशिक्षण के लिए भी यहां पहुंच रहें है। किसान कुलजीत यादव की कमाई हर महीने एक से डेढ़ लाख रुपये तक हो जाती है। किसान कुलजीत यादव का कहना है कि यूरिया के इस्तेमाल से भूमि की पैदावार घटने के साथ ही लोगों की सेहत भी दिन प्रति दिन खराब हो रही है, जिसको अब ऑर्गेनिक खेती से ही सुधारा जा सकता है। देश के अन्य किसानों को इसकी जानकारी देकर मन को सकून मिलता है। ऑर्गेनिक खेती के लिए केंचुआ खाद बनाने के साथ ही यहां देशी कीटरोधक भी तैयार किया जाता है, जो फसल में होने वाली बीमारियों व फूल झड़ने जैसी समस्या के साथ ही फसल की पैदावार में भी बढ़ोतरी करता है। इसके बनाने के लिए आंकड़ा, नीम, धतूरा, कनेर, विलायती आंकड़ा, सदाबहार, एलोवीरा, तंबाकू, लाल या हरीमिर्ची, कटेली, अस्कंध व अरंडी के पत्तों सहित 35 प्रकार की जड़ीबूटियों को मिलाकर एक लिक्विड स्प्रे तैयार किया जाता है।इस देशी तरिके के बनाए गए कीटनाशक का फसल पर छिड़काव करने से पौधों में होने वाली सभी तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलने के साथ ही फूल झड़ने जैसी समस्याओं से भी निजात मिलती है। एक बॉटल लिक्विड 30 लीटर पानी में मिलाकर एक एकड़ फसल में छिड़काव करने से फूलों का झड़ना बंद करने के साथ ही प्रोडक्शन को बढ़ाने में कारगर है।