गन्ने का ₹500 प्रति कुंतल मूल्य घोषित करें सरकार, भारतीय किसान यूनियन पथिक की मासिक बैठक में किसानों की बढ़ती समस्याओं पर चिंता जताई गई
रुड़की । भारतीय किसान यूनियन पथिक मासिक मीटिंग आज कैनाल रोड स्थित रुड़की प्रशासनिक भवन रुड़की में हुई। जिसकी अध्यक्षता उत्तराखंड प्रभारी मदनपाल तोमर और संचालन संजय कुमार ने किया। मीटिंग में बोलते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज चौधरी ने कहा कि गन्ना शुगर मिलों को चले हुए एक माह से अधिक हो गया है। लेकिन अभी तक सरकार ने गन्ने का भाव घोषित नहीं किया। गन्ना लागत को देखते हुए गन्नेे का भाव ₹500 प्रति कुंतल शीघ्र घोषित किया जाए । जब तक एमएसपी न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू नहीं होता। तब तक किसानों का भला नहीं होगा । प्रदेश अध्यक्ष चौधरी मैनपाल सिंह ने कहा कि जनपद हरिद्वार में आवारा पशुओं ने किसानों की गेहूं और सरसों की फैसले बर्बाद कर दी हैं । किसानों को खेतों में पहरेदारी करनी पड़ रही है। आवारा पशुओं की संख्या रोज बढ़ रही है। आवारा पशु सड़क पर वाहनों के सामने आ जाते हैं। जिससे जनता घायल हो जाती है। युवा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी सिताब सिंह ने कहा कि गेहूं की बुवाई चल रही है। लेकिन किसानों को सहकारी समितियां में यूरिया खाद नहीं मिल रहा है । सरकार जल्द से जल्द खाद उपलब्ध कराए। इकबालपुर शुगर मिल पर पिछले सालों का करोड़ों रुपए बकाया है। उसे शीघ्र दिलवा जाए और गन्ना सेंट्रो पर जांच कराई जाए। गन्ना तौल बाबू अगर गड़बड़ करता है तो उसे हटाया जाए। मीटिंग के बाद महा महिमा राष्ट्रपति के नाम मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। जिसमें गन्ना मूल्य लागत को देखते हुए गाने का भाव ₹500 प्रति कुंतल किया जाए। एमएसपी न्यूनतम समर्थन मूल्य लिखित में कानून बन जाए । किसानों के संपूर्ण कर्ज माफ किया जाए। 60 वर्ष के बाद किसानों और मजदूरों को वृदा पेंशन ₹5000 प्रति माह दी जाए। अवैध वाहनों और ओवर लोड वाहनों पर रोक लगाई जाए। आवारा पशुओं को पकड़ कर गौशालाओ में भिजवाया जाए। बारिश के कारण किसानों की फैसले बर्बाद हो गई थी । लेखपाल ने सही सर्वे नहीं किया है जिसके कारण बहुत से किसानों को मुआवजा नहीं मिला। इसकी जांच कराकर किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जाए । मीटिंग धीरेन्द्र चौधरी, राजा सैनी, राजकुमार, अजय, कंवर पाल, बोबी, संजीव राणा, हरीश कुमार, नैन सिंह, सुरेन्द्र, सुनील, दीपक, जसबीर आदि मौजूद रहे।