उत्तराखंड की राजधानी में सुबह होते ही सड़कों पर पसरा सन्नाटा, दूर-दूर तक नहीं दिख रहे लोग, जनता कर्फ्यू के चलते धर्मनगरी, शिक्षानगरी में सन्नाटा, लोग अपने घरों में कैद
देहरादून । कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आज होने वाले ‘जनता कर्फ्यू’ पर उत्तराखंड में पुलिस ड्रोन कैमरों से नजर बनाए हुए है। खास फोकस देहरादून में लॉक डाउन किए गए एफआरआई और राजपुर रोड के एक होटल परिसर है। पुलिस ने भी लोगों से इसका पालन करने की अपील की है। सुबह सात बजते ही लोगों ने इस अपील का पालन करना शुरू कर दिया। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक घरों से लेकर बाजार तक सन्नाटा छा गया। लोगों ने खुद को घरों में कैद कर लिया है। वहीं, सबसे ज्यादा पर्यटकों से पैक रहने वाली पहाड़ों की रानी मसूरी की सड़कें भी सुबह से ही वीरान हैं। जनता कर्फ्यू के दौरान आज गैस एजेंसियां और पेट्रोल पंप खुले हैं, जबकि राशन और शराब की दुकानें बंद रखी गई हैं। शासन ने यह निर्णय लिया है कि गैस एजेंसियों और पेट्रोल पंप पर कर्मचारियों की संख्या न्यूनतम रहेगी। आवश्यक सेवाओं की श्रेणी में होने के चलते इन्हें पूरी तरह से बंद नहीं किया जा सकता। गृहसचिव नितेश कुमार झा और डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने कर्फ्यू को सफल बनाने के लिए जनता से अपील की। लेकिन इस दौरान पुलिस किसी पर दबाव नहीं बनाएगी। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। गृह सचिव नितेश कुमार झा, पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था अशोक कुमार आदि ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रदेश के पुलिस कप्तानों से बातचीत की। उन्हाेंने आज प्रस्तावित ‘जनता कर्फ्यू’ को सफल बनाने के लिए जनता को प्रेरित करने को कहा। काउंसिलिंग कर लोगों को यह बताया जाए कि घर में रहकर ही कोरोना को हराया जा सकता है। उधर, डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने पुलिस अधीक्षक नगर श्वेता चौबे, एसपी देहात प्रमेंद्र डोभाल, एसपी क्राइम लोकजीत सिंह आदि के साथ बैठक कर ‘जनता कर्फ्यू’ की तैयारियों पर मंथन किया। उन्होंने कर्फ्यू के दौरान ड्रोन कैमरों से निगरानी के निर्देश दिए। विशेषकर संदिग्ध मरीजों के लिए बनाए गए आइसोलेटिड एरिया, लॉक डाउन किए गए स्थानों पर ड्रोन कैमरों के माध्यम से पैनी नजर रखी जाएगी।