4-5 घंटे पढ़ाई की और बन गईं आईएएस, यशनी नागराजन ने बताया आप कैसे कर सकते हैं यूपीएससी क्लियर
यदि आप एक IAS कैंडिडेट्स हैं, तो आप IAS अधिकारी यशनी नागराजन की सफलता की कहानी को नजर अंदाज नहीं कर सकते. आपको जानकर हैरानी होगी कि जब यशनी यूपीएससी की तैयारी कर रही थी तो वह फुल टाइम जॉब कर रही थीं. उन्होंने साल 2019 में ऑल इंडिया रैंक 57 हासिल करके आईएएस अधिकारी बनने के अपने सपने को पूरा किया. उन्होंने अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास की और इसके पीछे का कारण बेहतर समय प्रबंधन था. नागराजन के मुताबिक यूपीएससी की तैयारी के लिए नौकरी छोड़ना जरूरी नहीं है. आपको बस बेहतर टाइम मैनेजमेंट के साथ कड़ी मेहनत करने की जरूरत है.
यशनी नागराजन ने अपनी स्कूली शिक्षा केन्द्रीय विद्यालय, नाहरलगुन से की. इसके बाद उन्होंने 2014 में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, युपिया से ईईई में बी.टेक पूरा किया. उनके पिता, थंगावेल नागराजन एक रिटायर राज्य पीडब्ल्यूडी इंजीनियर हैं और उनकी मां गुवाहाटी उच्च न्यायालय रजिस्ट्री में ईटानगर शाखा के रिटायर अधीक्षक हैं.
यशनी रोजाना 4 से 5 घंटे पढ़ाई में लगा देती थीं. इतना ही नहीं वीकेंड पर भी वह पूरा दिन पढ़ाई करती थीं. उनका मानना है कि आप यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं और फुल टाइम जॉब है तो आपको वीकेंड पर पढ़ाई करनी होगी. यह निश्चित रूप से आपकी तैयारी को मजबूत करेगा. सही टाइम मैनेजमेंट आपको 4 से 5 घंटे पढ़ाई के लिए निकालने में मदद करेगा.
नागराजन के अनुसार, उन्होंने अन्य लोगों के प्रभाव में भूगोल को एक वैकल्पिक विषय के रूप में चुना. गलत विषय के कारण, वह अपने शुरुआती प्रयासों में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकीं. बाद में, उन्होंने इस पर ध्यान दिया और विषय बदल दिया. वह कहती हैं कि, आपको अपनी पसंद का विषय चुनना चाहिए ताकि आप उसे रुचि के साथ पढ़ सकें. अगर आपको विषय पसंद है, तो आप इसे गहराई से पढ़ेंगे. यूपीएससी परीक्षा में ऑप्शनल सब्जेक्ट जरूरी भूमिका निभाते हैं क्योंकि यह बेहतर नंबर प्राप्त करने में मदद करता है.
यशनी के मुताबिक, निबंध और नैतिकता वे पेपर हैं जिनमें आप हाई स्कोर कर सकते हैं. इसलिए इन विषयों को महत्व देना बहुत जरूरी है. वह कहती हैं कि फुल टाइम नौकरी करते हुए यूपीएससी की तैयारी करना मुश्किल है लेकिन इससे आपको फायदा होगा. जब आपके पास पहले से ही नौकरी है तो यूपीएससी में फेल होने पर भी आप तनाव महसूस नहीं करेंगे. आप अपने करियर को लेकर ज्यादा चिंता नहीं करते हैं. आप कड़ी मेहनत और बेहतर टाइम मैनेजमेंट के साथ आईएएस या आईपीएस अधिकारी बन सकते हैं.