भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष पर कई की निगाह, किसान राजनीति की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है मोर्चा अध्यक्ष पद

रुड़की । भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष पद पर कई नेताओं की निगाह लगी है। किसान राजनीति के लिहाज से यह पद काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। उत्तराखंड में विशेषकर हरिद्वार, देहरादून ,उधम सिंह नगर जनपद में इस पद के जरिए कोई भी नेता अपना राजनीतिक रुतबा कायम कर सकता है। क्योंकि प्रदेश में यह 3 जिले हैं किसान बाहुल्य है। इन तीनों में ही अक्सर गन्ने पर सियासत गरमाए रहती है। भाजपा सत्ता में है तो इस दृष्टि से भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष पद और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। माना जा रहा है कि इसीलिए भाजपा के कई नेता किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष पद पर निगाह लगाए हुए हैं ।हालांकि पार्टी में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा के बाद ही मोर्चा अध्यक्ष के लिए विचार मंथन शुरू होगा। लेकिन इस पद के दावेदार अभी से अपने अनुकूल समीकरण बनाने के प्रयास में लगे हैं। इसमें हरिद्वार जनपद से भी कई दावेदार हैं जिसमें मुख्य रुप से ठाकुर सुशील चौहान ,चौधरी रिशिपाल बालियान, सुशील त्यागी ,अमन त्यागी, राजेश सैनी शामिल है। ठाकुर सुशील चौहान भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं ।जो कि मुख्यमंत्री के काफी करीबी माने जाते हैं। जबकि ऋषि पाल बालियान भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं और उन्हें अध्यक्ष पद पर प्रमोशन की उम्मीद है। राजेश सैनी भाजपा रुड़की के जिला अध्यक्ष रह चुके हैं और जातीय संतुलन के हिसाब से उनकी दावेदारी भी काफी मजबूत मानी जा रही है।। सुशील त्यागी गन्ना मूल्य निर्धारण परामर्श समिति के सदस्य रह चुके हैं। साथ ही वह जिला सहकारी बैंक के डायरेक्टर भी रह चुके हैं। किसान राजनीति को वह अच्छी तरह से जानते और समझते हैं। इसीलिए उनकी दावेदारी को भी काफी मजबूत माना जा रहा है। जिला पंचायत सदस्य अमन त्यागी भाजपा के निवर्तमान जिला महामंत्री हैं। वह भी अब प्रदेश की राजनीति में अपनी संभावनाएं तलाश रहे हैं। ग्रामीण पृष्ठभूमि के होने के कारण उन्हें भी खेतीबाड़ी से जुड़े मुद्दों की अच्छी जानकारी है। अमन त्यागी केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक के करीबी माने जाते हैं। अब देखना यह है कि पार्टी हाईकमान भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष पद के लिए हरिद्वार जिले के इन दावेदारों में से किसको उपयुक्त मानती है। या फिर किसी अन्य जिले से भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष बनाया जाता है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि देहरादून और उधम सिंह नगर से भी अध्यक्ष पद के कई दावेदार हैं। लेकिन पार्टी के काफी नेताओं का प्रयास है कि आईभाजपा किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी हरिद्वार के किसी नेता को ही सौंपी जाए ताकि किसान राजनीति में भाजपा को और मजबूती मिल सके। वर्ष 2022 के चुनाव के लिहाज से भी भाजपा किसान मोर्चा पार्टी के लिए काफी कारगर साबित हो सकेगा । बशर्ते किसी जुझारू नेता को जिम्मेदारी सौंपी जाए। हरिद्वार के बाद नैनीताल में अधिकतर सीटों पर किसान मतदाता निर्णायक है। देहरादून जिले की कई सीटों पर भी किसान मतदाता हार जीत का फैसला करता है। इसीलिए पार्टी के वरिष्ठ नेता भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष पद पर किसी पूर्णकालिक जुझारू नेता की ताजपोशी चाहते हैं। ताकि सरकार की खेतीबाड़ी के विकास संबंधी योजनाएं का सही ढंग से प्रचार-प्रसार हो सके। किसानों को सरकारी योजनाओं व कार्यक्रमों का अधिक से अधिक लाभ पहुंच सके। मोदी और त्रिवेंद्र सरकार की कृषि नीति को किसानों तक पहुंचाया जा सके। राजनीतिक जानकारों का भी यहीं कहना है कि वहीं भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष पार्टी के लिए कारगर रहेगा जो कि किसानों की बिजली, चकबंदी, गन्ना भुगतान संबंधी तमाम समस्याओं का समाधान मोर्चा अध्यक्ष या तो अपने स्तर से करा सके या फिर वह किसानों के सभी समस्याओं को मुख्यमंत्री ,कृषि मंत्री ,गन्ना मंत्री से मिलकर उनका समय रहते निस्तारण करा सके। मुद्दों की समझ भी हो और उन्हें हल कराने की हिम्मत भी। ऐसा अध्यक्ष खुद भी सफल रहेगा और पार्टी को भी मजबूती दे सकेगा।

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