नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विपक्ष कर रहा है गुमराह, यह नागरिकता देने का कानून, नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में संतो ने निकाली रैली
हरिद्वार । उत्तरी हरिद्वार में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में महंत बीरेंद्रानंद के नेतृत्व में साधु संतों ने एक रैली निकाली। मंगलवार को भागीरथी नगर से शुरू हुई रैली का समापन हरिहर चौक पर हुआ। महंत बीरेंद्रानंद ने कहा कि देश की संसद में पारित हुए कानून का सम्मान देश की जनता को करना चाहिए। यह कानून देश में रहने वालों की नागरिकता को नहीं छीनेगा। पाकिस्तान में पीड़ित, शोषित हिन्दुओं को सम्मान दिलाने का यह प्रयास सरकार द्वारा किया गया है। जिसका सम्मान देश के प्रत्येक वर्ग को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्ष लगातार देश की जनता को गुमराह कर रहा है। कानून को लेकर कई तरह की भ्रांतियां फैलायी जा रही हैं। देश में अराजकता का माहौल बनाने की कोशिशें की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश हित में ऐतिहासिक फैसले ले रही है।उन्होंने कहा कि कुछ लोग कानून के विषय में जानकारियां नहीं होने पर तरह तरह के बयानाबाजी कर रहे हैं। ऐसे लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है।
कानून के विरोध में देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना किसी भी रूप में तर्कसंगत नहीं है। मुस्लिम समाज को इस कानून से किसी भी प्रकार का डर नहीं होना चाहिए।महंत दयानंद और स्वामी रामदास ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून देशहित में है। किसी को भी इस कानून से डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। विपक्ष से भी उन्होंने अपील करते हुए कहा कि इस कानून को लेकर किसी भी प्रकार का भ्रम ना फैलाएं। रैली में शामिल पार्षद अनिल मिश्रा ने कहा कि नोटबंदी, जीएसटी, धारा 370 हटाने के अलावा नागरिक संशोधन कानून देश में पारित कर ऐतिहासिक फैसला लिया गया है। इस फैसले का सभी को सम्मान करना चाहिए। जो रैली में महन्त दीनदयाल, रामदास, विपेश्वर, भजराम दास, निखलानंद, आचार्य दिनकर, शिवदास, धर्मदास, नरेश गिरी, डॉ.हर्षवर्द्धन जैन, बागेश्वर पांडेय, रामअवतार शास्त्री, शिवदास दुबे, ओम कार पांडेय आदि शामिल थे।