डेयरी उद्योग भारत की सबसे बड़ी आत्मनिर्भर उद्योग बन गई, मदरहुड विश्वविद्यालय द्वारा ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन
रुड़की । राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के उपलक्ष्य में मदरहुड विश्विद्यालय रुड़की के कृषि संकाय द्वारा एक ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया । जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के सह प्राध्यापक डॉ देवेश गुप्ता जी रहे । डॉ देवेश गुप्ता के पास 20 साल के शैक्षिक अनुभव के साथ साथ 30 से अधिक शोध पेपर और अच्छे प्रकाशन में 10 किताबें भी संपादित की है।
आप ने अपने वक्तव्य में वर्गीस कुरियन के जीवन के बारे में बताया और 26 नवंबर को ही राष्ट्रीय दुग्ध दिवस क्यों मनाया जाता है ? इस बारे में भी विस्तृत रूप से चर्चा की । डॉ देवेश गुप्ता ने बताया की डॉक्टर वर्गीस कुरियन प्रसिद्ध भारतीय सामाजिक उद्यमी थे और ‘फादर ऑफ़ द वाइट रिवोल्युशन’ के नाम से अपने ‘बिलियन लीटर आईडिया’ (ऑपरेशन फ्लड) – विश्व का सबसे बड़ा कृषि विकास कार्यक्रम – के लिए आज भी मशहूर हैं।
इस ऑपरेशन ने 1998 में भारत को अमेरिका से भी ज्यादा दूध उत्पादन के क्षेत्र में तरक्की दी और दूध-अपूर्ण देश से दूध का सबसे बड़ा उत्पादक बना दिया| डेयरी उद्योग भारत की सबसे बड़ी आत्मनिर्भर उद्योग बन गई । विश्विद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर डॉ नरेंद्र शर्मा ने कहा की विश्विद्यालय में समय समय पर इस तरह के ऑनलाइन बौद्धिक व्याख्यानो से विद्यार्थियों में कृषि विषय से संबंधित नई –नई जानकारी का लाभ होता है । जिससे विद्यार्थी कृषि शिक्षा के साथ साथ कृषि उद्यमी बनने पर भी विचार करते है। विश्विद्यालय में कृषि संकाय के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ कृष्ण पाल चौहान ने मुख्य वक्ता का स्वागत किया । इस ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन ज्ञानेंद्र सिंह एवम् धीरेंद्र कुमार सहायक अध्यापक, कृषि संकाय के कुशल समन्वय में हुआ ।