आईआईटी रुड़की को लगातार पांचवें वर्ष प्रतिष्ठित सीआईआई सर्वाधिक नवोन्मेषी संस्थान पुरस्कार 2024 प्राप्त हुआ
रुड़की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सबसे नवोन्मेषी संस्थान पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया है, जो इस प्रतिष्ठित सम्मान का लगातार पांचवां वर्ष है। यह पुरस्कार नवाचार के प्रति संस्थान की अटूट प्रतिबद्धता और परिवर्तनकारी नवाचार एवं सामाजिक प्रभाव के प्रति इसकी असाधारण प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
यह सम्मान आईआईटी रुड़की के जीवंत नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए अटूट समर्पण को दर्शाता है। संस्थान ने लगातार महत्वपूर्ण सामाजिक चुनौतियों का समाधान करने वाले अभूतपूर्व शोध को व्यावहारिक समाधानों में बदलने में उत्कृष्टता प्राप्त की है। उद्योग के साथ मजबूत साझेदारी बनाकर, आईआईटी रुड़की ने ज्ञान के आदान-प्रदान और सहयोगात्मक समस्या-समाधान के लिए एक गतिशील मंच बनाया है।
आईआईटी रुड़की अत्याधुनिक सुविधाओं, मजबूत उद्योग भागीदारी और रचनात्मकता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता के माध्यम से नवाचार को फिर से परिभाषित कर रहा है।
शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटकर, संस्थान ऐसे अभूतपूर्व नवाचारों को आगे बढ़ाता है जो पारिस्थितिकी एवं आर्थिक स्थिरता में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, जो प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत 2047’ के दृष्टिकोण के अनुरूप है। संस्थान रचनात्मकता और अनुसंधान उत्कृष्टता की संस्कृति का पोषण करता है, ज्ञान की सीमाओं को आगे बढ़ाने और परिवर्तनकारी समाधान बनाने के लिए संकाय और छात्रों को अद्वितीय समर्थन प्रदान करता है।
इसके अलावा, आईआईटी रुड़की सामाजिक प्रभाव पहलों में सक्रिय रूप से शामिल रहा है। संस्थान ने आपदा प्रबंधन, स्थिरता और ग्रामीण विकास जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सामाजिक चुनौतियों का समाधान करने वाली प्रौद्योगिकियों को विकसित करने में उत्कृष्टता प्राप्त की है। इन नवाचारों ने देश भर के समुदायों पर महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव डाला है।
आईआईटी रुड़की स्थिरता के मामले में सबसे आगे है, जो अभूतपूर्व नवाचारों को आगे बढ़ाता है। संस्थान द्वारा संचालित रूटेज स्मार्ट विलेज सेंटर (आरएसवीसी) मॉडल, उपयोगकर्ता के अनुकूल तकनीकों के साथ समुदायों को सशक्त बनाकर ग्रामीण विकास में क्रांति ला रहा है। इसके अतिरिक्त, क्राउडआई सिस्टम बड़े सार्वजनिक समारोहों के दौरान भीड़ के घनत्व की निगरानी और प्रबंधन के लिए उन्नत एआई और क्लाउड तकनीकों का लाभ उठा रहा है। वास्तविक समय के अलर्ट और गतिशीलता डेटा प्रदान करके, यह सार्वजनिक सुरक्षा को बढ़ाता है और भीड़ से संबंधित आपदाओं को रोकता है। इसके अलावा, संस्थान का लागत प्रभावी स्ट्रॉन्ग ग्राउंड मोशन सेंसर, जो उन्नत एमईएमएस-आधारित एक्सेलेरोग्राफ से लैस है, भूकंप की तैयारी और जोखिम न्यूनीकरण का समर्थन करता है।
आईआईटी रुड़की ज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की सीमाओं को लगातार आगे बढ़ाते हुए भारत के उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान परिदृश्य में एक अग्रणी संस्थान के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत कर रहा है।
प्रायोजित अनुसंधान एवं औद्योगिक परामर्श कुलशासक प्रो. अक्षय द्विवेदी ने कहा, “उद्योग एवं शिक्षा जगत के बीच मजबूत सहयोग प्रभावशाली नवाचार की आधारशिला है। आईआईटी रुड़की में, हम इस अंतर को पाटने के लिए लगातार कार्य करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि हमारा शोध ऐसे समाधानों में बदले जो समाज और उद्योग दोनों के लिए समान रूप से लाभकारी हों।”
संस्थान निदेशक प्रो. के. के. पंत ने कहा, “लगातार पाँचवें वर्ष सीआईआई मोस्ट इनोवेटिव इंस्टीट्यूशन अवार्ड प्राप्त करना उद्योग-अकादमिक संबंधों को मजबूत करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह मान्यता सहयोगात्मक विकास के लिए मार्ग बनाने में हमारी टीमों के सामूहिक प्रयासों को दर्शाती है। हम स्थायी नवाचारों के माध्यम से सामाजिक प्रगति और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित हैं। नवाचार, सहयोग और सामाजिक प्रभाव पर संस्थान का अटूट ध्यान निस्संदेह प्रौद्योगिकी और उद्योग के भविष्य को आकार देगा।”
यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि आईआईटी रुड़की को 19 नवंबर 2024 को स्टेम में महिलाओं के लिए उत्कृष्टता पर सीआईआई पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है। यह पुरस्कार एक समतामूलक वातावरण को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता का प्रमाण है जो दर्शाता है कि नवाचार तब आगे बढ़ता है जब तकनीकी प्रगति के लाभ व्यापक रूप से सुलभ होते हैं जिससे ऐसे समाधान सामने आते हैं जो समावेशी और प्रभावशाली दोनों होते हैं।